: महंगाई की मार से आम जनता काफी परेशान है. पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) के अलावा खाने-पीने, कपड़े, पर्सनल केयर, पढ़ाई से लेकर सबकुछ महंगा हो गया है. पिछले वित्त वर्ष में 6.95 फीसदी की दर से महंगाई बढ़ी है. इस महंगाई का सबसे ज्यादा असर आम जनता पर पड़ा है. आइए आपको बताते हैं कि पिछले एक साल में किन-किन सामानों पर महंगाई की मार सबसे ज्यादा पड़ी है.
10 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुके हैं पेट्रोल-डीजल के रेट्स
आपको बता दें 22 मार्च के बाद से लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा देखने को मिल रहा है. बता दें पिछले 20 दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 10 फीसदी से भी ज्यादा बढ़ चुकी हैं. इसके अलावा सभी दूध कंपनियों ने भी मिल्क और मिल्क प्रोडक्टस के रेट्स में इजाफा किया है.
मैगी और चाय-कॉफी भी हो चुकी है महंगी
इसके अलावा हाल ही में नेस्ले कंपनी ने भी मैगी के रेट्स में इजाफा किया है और चाय-कॉफी समेत कई प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ गई हैं, जिसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ रहा है. आपको बता दें पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने की वजह से माल-भाड़ा बढ़ रहा है और प्रोडक्ट्स की कीमतों में इजाफा हो रहा है.
प्रोडक्ट्स – महंगाई दर (फीसदी)
ऑयल और फैट्स – 18.79
सब्जियां – 11.64
फुटवियर – 11.29
मीट और फिश – 9.63
कपड़े – 9.06
पर्सनल केयर – 8.71
मसाले – 8.50
ट्रांसपोर्ट और कम्युनिकेशन – 8.00
हाउसहोल्ड गुड्स और सर्विसेज – 7.67
फ्यूल और लाइट – 7.52
मनोरंज – 7.01
हेल्थ – 6.99
स्नैक्स और स्वीट्स – 6.60
नॉन एल्कोहॉलिक ड्रिंक्स – 5.62
शुगर और कंफैक्शनरी – 5.51
अनाज – 4.93
मिल्क और मिल्क प्रोडक्ट – 4.71
एजुकेशन – 3.56
हाउसिंग – 3.38
पान-तंबाकू – 2.98
दालें – 2.57
फल – 2.54
अन्य – 7.02
मार्च में खुदरा महंगाई दर भी बढ़ी
मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation ) 6.95 फीसदी रहा, जबकि फरवरी 2022 में 6.07 फीसदी रहा था. खुदरा महंगाई दर का ये आंकड़ा 18 महीने का सबसे उच्चतम स्तर है. राष्ट्रीय सांख्यिकी विभाग ने महंगाई दर को लेकर ये आंकड़ा जारी किया है. खुदरा महंगाई दर 6.95 फीसदी पर जा पहुंचा है जो आरबीआई के महंगाई दर के तय किए अपर लिमिट 6 फीसदी से ज्यादा है.
खानेपीने का सामान हुआ महंगा
मार्च महीने में खाने पीने की चीजों की महंगाई दर में जबरदस्त उछाल आया है. मार्च में खाद्य महंगाई दर 7.68 फीसदी रहा है. जबकि मार्च महीने में ये 5.85 फीसदी था. फूड बास्केट में बढ़ोतरी वजह खाने के तेल के दामों में बढ़ोतरी है जो 18.79 फीसदी रहा है. साग-सब्जियों की कीमतों में 11.64 फीसदी की बढ़ोतरी आई है तो मीट और मछली के दामों में 9.63 फीसदी की उछाल आई है.