कोरोना की तीसरी लहर से जूझने के बाद भारत में अब राहत है. कोरोना के मामलों में कमी आई है लेकिन पूरी तरह अभी भी कोविड के केसेज आना खत्म नहीं हुए हैं. इसके अलावा भारत में कोरोना की चौथी लहर को लेकर भी कुछ विशेषज्ञ अनुमान जता चुके हैं कि यह जून के महीने में आने की संभावना है. वहीं अब चीन से आ रही एक खबर ने चिंता बढ़ा दी है. बताया जा रहा है कि चीन में एक बार फिर कोरोना वायरस लौट आया है. रविवार को यहां कोरोना के करीब 3400 मामले आए हैं जो कि एक दिन पहले की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा है. ऐसे में चीन में बीमारी के फिर से आने के बाद भारत में भी वायरस को लेकर चिंता पैदा हो गई है.
भारत में कोरोना की बात करें तो पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3116 नए मरीज सामने आए हैं. जबकि भारत के सभी राज्यों में सभी सार्वजनिक सेवाओं, परिवहन और बाजार सहित स्कूल-कॉलेज भी खोले जा चुके हैं. देश में सभी चीजें सुचारू रूप से चल रही हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि अभी देश में 38069 कोरोना के सक्रिय मरीज हैं. वहीं अभी तक 4.24 करोड़ लोगों को ठीक किया जा चुका है. जबकि पांच पूरे देश में 5 लाख से ज्यादा लोग कोरोना के चलते जान गंवा चुके हैं.
आईसीएमआर (ICMR),जोधपुर स्थित एनआईआईआरएनसीडी (नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर इम्प्लीमेंटेशन रिसर्च ऑन नॉन कम्यूनिकेबल डिसीज) के निदेशक और कम्यूनिटी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. अरुण शर्मा कहते हैं कि भारत में कोरोना (Corona) को लेकर कोई भी सटीक भविष्यवाणी करना कठिन है. फिलहाल कोरोना का कोई नया म्यूटेशन (Mutation) देखने को नहीं मिल रहा है. ओमिक्रॉन (Omicron) के बाद कोई नया वेरिएंट अभी नहीं आया है. जब तक कोविड का कोई नया वेरिएंट (Corona Variant) नहीं आता है तब तक भारत में कोरोना या इसकी कोई बड़ी लहर आने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है. भारत के लोगों में कोरोना के प्रति इम्यूनिटी (Immunity) भी बेहतर है. यहां करीब 80 फीसदी लोग पूरी तरह वैक्सीनेटेड हो चुके हैं. वहीं अब बच्चों के लिए भी कई वैक्सीन को आपातकालीन मंजूरी दी जा चुकी है. ऐसे में 12 साल से ऊपर के बच्चों को भी वैक्सीन लगवाने पर जल्द फैसला होने की संभावना है.
वहीं दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (MCD)के पूर्व एडिशनल एमएचओ डॉ. सतपाल कहते हैं कि कोरोना को लेकर जैसा कि शुरुआत से देखा जा रहा है कि यह चीन में ही सबसे पहले फैला, वहां से कई देशों में और फिर भारत भी इसकी चपेट में आ गया. अब यह फिर से चीन में लौट आया है तो है तो यह तो कहा ही जा रहा है कि कोरोना कभी खत्म नहीं होना है, यह एंडेमिक की तरह हमारे आसपास रहेगा ही. इसमें वेरिएशन भी होगा, जैसे कि किसी भी वायरस में होता है तो इसके आने की संभावना का अनुमान लगाने से बेहतर है कि कोरोना के प्रति जो व्यवहार बताया गया था, उसे जारी रखा जाए. कोरोना अनुरूप व्यवहार को आम जीवन में अपनाने से कोई नुकसान भी नहीं है. यह एक सामान्य व्यवहार है जो अन्य बीमारियों से भी बचा सकता है. ऐसे में चीन के बाद यह भारत में आएगा या नहीं आएगा यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन इससे बचाव के लिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए. जैसे कि ठंड आने पर लोग शॉल-स्वेटर हर साल निकालते हैं, इसके लिए किसी को कोई एडवायजरी तो जारी नहीं करनी पड़ती. ऐसे ही अभी कोरोना को लेकर भी लोगों को सतर्क रहना होगा.
वे कहते हैं कि चीन में लॉकडाउन करना या गतिविधियां बंद करना ये वहां की सरकार का फैसला है लेकिन भारत में सभी चीजें अभी सुचारू हैं और ये चलती रहें इसके लिए आम लोगों को भी अपना व्यवहार बीमारी के प्रति सख्त रखना होगा. बीमारी से बचाव के तरीके अपनाते रहें.