बुलंदशहर की इस जज्बे से भरी, हौसलाबुलंद महिला पुलिस अफसर को आप भी सलाम कर सकते हैं. नाम है वंदना शर्मा, पद डिप्टी एसपी, मौजूदा मुकाम डिबाई. बेटियों, महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर पैनी नजर और अपराधियों पर कानून का सख्त शिंकजा कसने वाली यह महिला पुलिस अफसर दोषी को जल्द सजा दिलाने के लिए खाना-पीना, सोना सब कुछ भूल जाती हैं. इस कोशिश में हर बार अपना रिकार्ड खुद तोड़ती हैं. इसका उदाहरण अनूपशहर में एक बच्ची के साथ रेप और फिर हत्या की घटना से लगा सकते है, जिसकी जांच की जिम्मेदारी मिलने पर वंदना शर्मा ने पांच दिन के अंदर जांच पूरी कर चार्जशीट दाखिल कर दी. अदालत में पेश मजबूत सबूतों के चलते 60 दिन के ट्रायल के बाद आरोपियों को दोषी करार दिया गया और मौत की सजा सुनाई गई.
बकौल वंदना घटना के बाद इन पांच दिनों में वह केवल 5 घंटे सोईं. तीन दिन तक भोजन का समय ही नहीं मिला, सिर्फ पानी और चाय पीकर काम चलाया. दोषी को फांसी के फंदे तक पहुंचाने के बाद ही सुकून मिला और चैन की सांस ली. वंदना के ऐसे एक-दो नहीं बल्कि कई किस्से हैं, जो उनके जज्बे, हौसले और समर्पण की मिसाल हैं. इसीलिए तो पुलिस महकमा उन पर बहुत भरोसा करता है. दुष्कर्म के मामलों की जांच में उनकी तत्परता को देखते हुए उनकी छवि एक तेजतर्रार पुलिस अफसर की बन गई. इस वक्त रेप और छेड़छाड़ से संबंधित करीब 15 मामलों की पड़ताल का काम उनके पास है.