भारतीय रिजर्व बैंक ने आज अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा के नतीजे जारी कर दिए हैं और इसमें नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. इस तरह अब रेपो रेट 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर बरकरार रखा गया है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसका एलान किया. एमपीसी (Monetary POlicy Committee) का मानना था कि मौजूदा नीति को बरकरार रखना जरुरी है जिससे अर्थव्यवस्था रिकवर कर सके.
2022-23 में 7.8 फीसदी जीडीपी
RBI गर्वनर ने कहा है कि 2022-23 में 7.8 फीसदी जीडीपी ग्रोथ रेट रह सकता है. उन्होंने कहा कि आईएमएफ का भी मानना है कि वैक्सीनेशन और अन्य जरुरी कदम उठाये जाने के चलते भारत तेजी के साथ विकास करेगा.
शक्तिकांत दास ने क्या कहा
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वैश्विक बाजारों में कोविड-19 महामारी के चलते बहुत सी चुनौतियां आई हैं और भारत के सामने भी बहुत से चैलेंज रहे हैं जिनका सामना करने में आरबीआई ने अहम भूमिका निभाने की कोशिश की है. अब हम कोरोना से निपटने के लिए पहले से बेहतर स्थिति में है
महंगा कच्चा तेल चिंता का सबब
हाल के महीने में महंगाई दर में जो बढ़ोतरी आई है वो बेस कारणों से आया है. कई देशों में महंगाई बहुत ज्यादा है. जिसके चलते उन देशों के सेंट्रल बैंक ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं. ग्लोबल तनाव भी देखा जा रहा है. महंगाई दरों में जो बढ़ोतरी आई है वो बेस कारणों से आया है. हालांकि कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी चिंता का सबब है जिसके चलते महंगाई बढ़ने का खतरा है. कच्चे तेल के बढ़ते दामों पर नजर बनाये रखना जरुरी है.