छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट का पहला केस सामने आया है. बिलासपुर जिले में कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट के एक मरीज की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटे बिलासपुर जिले के एक 52 वर्षीय व्यक्ति के कोरोना पीड़ित हो गया था. उसका सैंपल जिनोमिक सिक्वेंसिंग जांच (WGS) के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज भुवनेश्वर भेजा गया था. स्वास्थ्य विभाग को बुधवार को जांच रिपोर्ट मिली है, जिसमें कोविड-19 के ओमिक्रॉन (“Omicron” B.1.1529) वेरिएंट की पुष्टि हुई है. चिकित्सकों की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है. ओमिक्रॉन पॉजिटिव शख्स के संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जा रही है.
बिलासपुर में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. बीते 4 जनवरी को जारी कोरोना बुलेटिन के मुताबिक प्रदेश में कोरोना संक्रमण 1058 नए केस सामने आए, जिसमें से राजधानी रायपुर में कोरोना के 343 मामले मिले. जबकि बिलासपुर में 159, रायगढ़ में 141, दुर्ग जिले में 89, कोरबा मैं 73, सुकमा में 46 और राजनांदगांव में मिले 44 संक्रमित मिले. छत्तीसगढ़ में एक्टिव संक्रमितों की संख्या कुल 2977 तक पहुंच गई है. बिलासपुर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके अलावा धारा 144 भी लागू कर दी गई है.
भड़के विधायक, अधिकारियों को लगाई फटकार
इधर बिलासपुर में अनकंट्रोल होते कोरोना के मामले के बीच शहर विधायक शैलेश पांडेय ने कोविड अस्पताल का बुधवार को औचक निरीक्षण किया है. इस दौरान जिला अस्पताल के कोविड वैक्सीन सेंटर और कोविड़ अस्पताल के लिए बनाए जाने वाले ऑक्सीजन प्लांट के अधूरे निर्माण को देखकर विधायक पांडेय अधिकारियों पर बरस पड़े. जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ अनिल गुप्ता और कोविड अस्पतल में लगे डॉक्टरों और अधिकारियों को जमकर फटकार लगाया साथ ही लापरवाही बरतने वाले जिमेदार अधिकारियों को जल्द ऑक्सीजन प्लांट, बच्चो के लिए बनाए जा रहे कोविड़ वार्ड को पूरा करने के निर्देश दिए है.