कई बार केवल एक घटना ही बहुत बड़े नतीजे दिखा देती है. इसी तरह की एक घटना द्वितीय विश्व युद्ध (Second World War) में भी हुई थी जिसने अमेरिका (USA) और फिर पूरी दुनिया को बदल दिया था. यह कुछ और नहीं बल्कि 1941 में अमेरिका के पर्ल बंदरगाह (Pearl Harbour) पर हुआ वह हमला था जिसने ना केवल युद्ध बल्कि दुनिया को बदलने के लिए भी नींव का काम किया था. 7 दिसंबर को हुई इस घटना ने युद्ध की दिशा को बदलने का काम किया जिसमें अमेरिका की विश्वयुद्ध में एंट्री हुई थी और सब कुछ बदल गया था.
क्या थी इस दिन के पहले की स्थिति
द्वितीय विश्व युद्ध में 7 दिसंबर 1941 से पहले और बाद की स्थिति में बहुत अंतर था. ऐसा कम से कम अमेरिका के मामले में तो कुछ ज्यादा ही था, लेकिन इसका पूरी दुनिया पर कितना असर होगा इसका किसी को अंदाजा ना था. इस विश्व युद्ध में इस तारीख से पहले अमेरिका तटस्थ संधियों से बंधा से और युद्ध में शामिल नहीं था. अमेरिकी शासन, राजनीति से लेकर लोगों तक में इस बात पर मतैक्य नहीं था कि क्या अमेरिका को इस युद्ध में शामिल होना चाहिए या नहीं.
क्या था तब युद्ध का हाल
7 दिसंबर 1941 से पहले जर्मनी फ्रांस, बेल्जियम नॉर्वे आदि पर कब्जा कर चुका था. जर्मनी इटली और जापान के साथ मिलकर अपनी ताकत बढ़ा रहा था. ब्रिटेन और जर्मनी के बीच भीषण लड़ाई हो रही थी. अमेरिका युद्ध में शामिल नहीं था. रूस भी जर्मनी और उसके सहयोगियों से भिड़ा हुआ था.