राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव परिसर पर जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में छात्र छात्राओं को जैव विविधता के संबंध में जानकारी मिल रहे हैं इसके अलावा छत्तीसगढ़ के लोक नृत्य पर्यटन स्थल ऐतिहासिक धरोहर आदि को बहुत ही आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया है इसके अलावा छत्तीसगढ़ के वाद्य यंत्रों को भी आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
रायपुर देवेंद्र नगर निवासी वनस्पति विज्ञान के छात्र श्री राजेंद्र कश्यप, दीपक मेश्राम, श्याम रामटेके आज प्रदर्शनी देखने पहुंचे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के वन्य प्राणियों के जैव विविधता फोटो सहित बहुत ही आकर्षक से प्रस्तुत किया गया है। जिसमें राजकीय पक्षी मैना, राजकीय पशु वन भैंसा, आँरनेट उड़ने वाला सांप, कांकेर वैली नेशनल पार्क, अचानकमार, दुर्लभ कछुआ का चित्र नाम सहित प्रदर्शित किया है। आज रविवार साप्ताहिक अवकाश होने के कारण बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शनी देखने पहुंचे। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक वाद्य यंत्र, मुख्य द्वार पर प्रदर्शित आदिवासियों के सम्मान का प्रतीक गौर सिंग के सामने सेल्फी लेते भी देखे गए।
01 नवम्बर को छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 21 वर्ष पूरे होने जा रहे है। इसके पश्चात दिवाली पर्व है ऐसे मे लोगो की खुशी दोगुनी बढ़ गई है। साइंस कॉलेज मैदान के शिल्प बाजार में खादी ग्रामोद्योग के अंतर्गत सजावटी सामान, कोसा के वस्त्र, बेलमेटल मिट्टी के दीया बिक्री के लिए सजाया गया है। आम लोग अपनी जरूरत के अनुरूप घरेलू सामान दिवाली पर्व को ध्यान में रखते हुए खरीद रहे है।