जयपुर ग्रामीण पुलिस ने एक निजी कोचिंग सेंटर के मालिक को पटवारी (ग्राम स्तरीय राजस्व अधिकारी) परीक्षा का फर्जी प्रश्नपत्र परीक्षार्थियों को 10-10 लाख रूपये में कथित रूप से बेचने को लेकर गिरफ्तार किया है. साथ ही, एक अन्य व्यक्ति को वास्तविक उम्मीदवार की जगह परीक्षा देने पर गिरफ्तार किया गया है.
जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शंकर दत्त शर्मा ने बताया कि आरोपी प्रवीण गुर्जर चंदवादी में एक कोचिंग संस्थान चलाता है.
उन्होंने बताया कि गुर्जर ने पटवारी परीक्षा से पूर्व प्रश्नपत्र देने का झांसा देकर प्रत्येक अभ्यार्थी से दस दस लाख रूपये में सौदा तय किया एवं चार लाख रूपये अग्रिम राशि ले ली . शर्मा के अनुसार गुर्जर ने उन्हें परीक्षा से पूर्व नकली प्रश्नपत्र दे दिये जिनमें से परीक्षा में एक भी प्रश्न नहीं आया.
उन्होंने बताया कि इस संबंध में आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता एवं राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधन का प्रयोग) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.
इस बीच, एक सरकारी स्कूल के लिपिक को नकली उम्मीदवार के रूप में परीक्षा देने पर गिरफ्तार किया गया है. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) हरेन्द्र महावर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सुनी गोदारा राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) में भी डमी उम्मीदवार के रूप में परीक्षा में बैठ चुका है.
पुलिस ने बताया कि वह दौसा जिले के भूपेन्द्र कुमार मीणा की जगह पर पटवारी की परीक्षा में शामिल हो रहा था. राजस्थान में दो दिवसीय पटवारी परीक्षा रविवार को सम्पन्न हुई . परीक्षा में नकल को रोकने के लिये इस दौरान मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित रखा गया. पूर्व में रीट परीक्षा सहित अन्य परीक्षाओं में इंटरनेट के जरिये नकल करते कई लोगो को पकडा गया था.
राजस्थान में 5,300 पटवारी पदों की भर्ती के लिये परीक्षा आयोजित की गईथी. पटवारी जिला भर्ती परीक्षा 2021 के लिये 15.62 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन दिया था. परीक्षा का आयोजन 23 जिलों में दो दिनों में 1,170 केन्द्रो पर किया गया. परीक्षा का तीसरा और चौथ चरण रविवार को आयोजित किया गया.