कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के दौरान नौकरी गंवाने वाले लोगों को राहत देने के लिए श्रम मंत्रालय (Labour Ministry) की ओर से शुरू की गई अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना (Atal Beemit Vyakti Kalyan Yojna) बहुत लाभदायक साबित हो रही है. बेरोजगार हुए लोगों को तीन महीने तक वेतन का 50 फीसदी पैसा प्रदान करने वाली इस योजना को हाल ही में जून 2022 तक बढ़ाया गया था लेकिन अब इसमें एक और बड़ा बदलाव किया गया है. जिससे न केवल आवेदन की शर्तों को घटा दिया गया है बल्कि लाभार्थियों की संख्या भी बढ़ जाएगी.
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) से मिली जानकारी के मुताबिक साल 2020 से अभी तक करीब 80 हजार लोग इस योजना के तहत आवेदन कर चुके हैं और इन लोगों को ईएसआईसी करीब 80 करोड़ रुपये बेरोजगारी (Unemployment) भत्ते के रूप में प्रदान कर चुका है. खास बात है कि कोरोना की दूसरी लहर बीतने और कोरोना के मामले कम होने व स्थितियां सामान्य होने के बावजूद अभी तक इसके तहत देशभर से आवेदन आ रहे हैं.
एबीवीकेवाई में किए जा रहे बदलावों को लेकर कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) में इंश्योरेंस कमिश्नर, रेवेन्यू एंड बेनिफिट, एम के शर्मा बताते हैं कि इस योजना के तहत सैलरी का 50 फीसदी हिस्सा अधिकतम तीन महीने तक ही दिया जाता है. तीन महीने वह समय है जबकि कोई भी बेरोजगार अपने लिए नई नौकरी ढूंढ ले. इसी बीच अगर किसी की नौकरी लग जाती है और उसका ईएसआईसी में योगदान आने लगता है तो यह राशि तीन महीने से पहले ही बंद कर दी जाती है. हालांकि फिर से नौकरी जाने पर वह इसकी बची हुई किश्तों का लाभ उठा सकता है.
शर्मा कहते हैं कि इस योजना में अब एक बड़ा बदलाव किया गया है. जिसे सैद्धांतिक रूप से अनुमति दे दी गई है हालांकि इसको लेकर औपचारिक नोटिफिकेशन अभी किया जाना बाकी है. इसके तहत अब एक साल के पंजीकरण और एक कंट्रीब्यूशन पीरियड पर भी आवेदक को योजना का लाभ दिया जा सकेगा जबकि अभी तक दो साल का पंजीकरण और ईएसआईसी में दो कंट्रीब्यूशन पीरियड पर ही आवेदन किया जा सकता था. अब स्कीम की शर्तों को पहले से ज्यादा सरल किया गया है. ईएसआईसी में छह महीने का एक कंट्रीब्यूशन पीरियड होता है जिसमें कम से कम 78 दिन का कंट्रीब्यूशन होना चाहिए. हालांकि अब एक कंट्रीब्यूशन पीरियड से लाभ मिलने के कारण इसके दायरे में आने वाले बहुत सारे लोग आवेदन कर सकेंगे.