पश्चिम बंगाल में 5 दिनों में बाढ़ के कारण भयावह स्थिति बनी हुई है. पश्चिम मिदनापुर, पूर्वी मिदनापुर, हावड़ा, कोलकाता और दक्षिण 24 परगना के इलाकों में जलजमाव की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा 100000 हेक्टेयर से ज्यादा किसान की जमीन में पानी के कारण करोड़ों रुपये की फसल तबाह हो गई है.
हावड़ा के कुमारगोडिया गांव की हालत काफी खराब है. यहां पीने के पानी के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है. एक दिहाड़ी मजदूर रीता मैती ने अपनी तकलीफ बताते हुए कहा, ‘मेरे घर में गले तक पानी है. हमें और मेरे बेटे को छत पर रहना पड़ता है. मेरे पति की मौत हो गई. अब हालात इतने खराब है कि इस समय कहीं काम नहीं है और जो सामान था वह भी डूब गया है या फिर बह गया है. हालात खराब है. मुझे नहीं पता मैं जिंदा रहूंगी या यहीं पर अपने घर में ही डूब जाऊंगी. सरकार ने बोला है कि राहत सामग्री आएगी लेकिन वह भी उन्हीं को मिलती है जो सड़क के पास रहते हैं. हम लोग सड़क से 3 किलोमीटर दूर हैं. हम तक कुछ नहीं पहुंचता.’
किसानों की फसलें बर्बाद
वहीं किसानों के हालात भी काफी खराब है. किसानों के खेत डूब गए हैं और घर ढह गए हैं. एक किसान तपन शॉ ने बताया, ‘मेरा सब कुछ खो गया है. मैं दूसरों के घर में रह रहा हूं. 9 बीघा जमीन थी. वहां जो काम किया है, सब डूब गया है. खेत में अब कुछ नहीं बचा है.’ वहीं दूसरे किसान हेमंत माईती ने बताया, ‘हम भाइयों ने 5 बीघा जमीन पर खेती की थी. हमारी सारी फसल खराब हो गई है. जो मजदूर थे, वह भी चले गए, अब कुछ नहीं बचा है. अभी छत पर त्रिपाल लगा कर रह रहे हैं. कहने को तो हम किसान हैं लेकिन जिंदगी फुटपाथ पर बिता रहे हैं.’
वहीं किसान रानी मल्लिक ने बताया, ‘मकान टूट गया है. पानी भर गया है. अपने मकान के सामने हमें जिंदगी बितानी पड़ रही है. कमर तक पानी है. खाना पकाना भी संभव नहीं है. खेत बर्बाद हो गए हैं. हमें नहीं पता हम अपना उधार कैसे चुकाएंगे, कहां रहेंगे? पानी भी कम नहीं हो रहा है. एक ही समय खाने को मिल रहा है. वहीं सरकार की ओर से अब एक सूची बनाई जा रही है, जिसके आधार पर किसानों को मुआवजा दिया जाएगा.
दिया जाएगा मुआवजा
विधायक सुकांतो पाल ने कहा कि हमारे इलाके में किसानों को बहुत नुकसान हुआ है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस इलाके का दौरा भी किया है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि सबको क्षति के लिए कुछ ना कुछ मिलेगा. अभी फिलहाल सरकार की ओर से एक लिस्ट तैयार हो रही है, जिसके आधार पर लोगों की क्षतिपूर्ति की जाएगी. वहीं सीएम ममता बनर्जी ने कुछ इलाकों का दौरा किया है और बाढ़ की इस स्थिति के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.