छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की सियासत (Politics) में इन दिनों रोजाना नये मुद्दों पर बहस छिड़ रही है. अब सरकारी विज्ञापन के पैसों के मसले पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह आमने-सामने हैं. विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में सरकार ने विज्ञापन पर खर्च की जानकारी सार्वजनिक की थी और इन आकड़ों के आधार पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मौजूदा भूपेश सरकार को विज्ञापनजीवी सरकार करार दे दिया. रमन सिंह ने अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को टैग करते हुए “विज्ञापनजीवी सरकार” लिखा है.
रमन सिंह ने लिखा कि कर्ज पर कर्ज लेने वाली सरकार ने ढाई साल में 2 अरब 8 करोड़ रुपए से अधिक सिर्फ अपना चेहरा चमकाने में खर्च कर दिये. इसके जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रमन सिंह को संबोधित करते हुए लिखा है कि हमने ढाई साल में प्रचार प्रसार की जिस राशि का भुगतान किया है, उसमें से 65.16 करोड़ तो आपके चेहरे को चमकाने के लिए किए गए विज्ञापनों का भुगतान था. आप जब सरकार छोड़कर गए थे, तो विज्ञापन और प्रचार-प्रसार का 190.68 करोड़ रुपये का भुगतान जनता के सिर छोड़कर गए थे.
सीएम ने कही ये बात
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि साल 2018 के पहले बजट 260 करोड़ रुपये का था, लेकिन इस पर 400 करोड़ खर्च कर दिये गये और कई विज्ञापन ऐसे थे, जिनका वर्क ऑर्डर ही नहीं था, जिनका वर्क ऑर्डर था, उसका भुगतान हम कर रहे हैं, लेकिन जिनका वर्क ऑर्डर नहीं था, ऐसे भुगतान भी बचे हुए हैं. चेहरा तो उनका चमका, लेकिन पैसा हम दे रहे हैं. कर्जा आपने लिया और ब्याज हम भर रहे हैं.