भारत गंभीर कोरोना संकट का सामना कर कर रहा है. कोरोना के बढ़ते मामलों से अस्पतालों पर दबाव बढ़ रहा है और ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है. इस संकट से निपटने के लिए दुनिया के कई देश भारत की मदद के लिए आगे आए हैं. फ्रांस भी भारत को मेडिकल उपकरण देकर मदद करने की बात कही है.
फ्रांस सरकार ने रविवार को देर से कहा कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने देश के यूरोपीय मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से अनुरोध किया है कि वे कोरोना वायरस महामारी के संकट से निपटने के लिए भारत के साथ एकजुटता के अभियान चलाएं. इसके लिए भारत में फ्रांस में दूतावास का सहयोग लें.
ऑक्सीजन और वेटिंलेटर भेजे जाएंगे
फ्रांसीसी मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि 8 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, लिक्विड ऑक्सीजन के कंटेनर, 28 वेंटिलेर सहित विशेष मेडिकल उपकरण और 200 इलेक्ट्रिक सिरिंज पंप हवाई और समुद्र मार्ग के जरिए पहुंचाएगा. 8 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स 250 बेड्स को सालभर ऑक्सीजन सप्लाई कर सकते हैं. फ्रांस ने ऐसे समय में भारत के सपोर्ट का आह्वान किया है जब भारत अस्पतालों में ऑक्सीजन का गंभार संकट चल रहा है.
भारत के साथ एकजुटता से खड़े
स्टेटमेंट मे कहा गया कि “फ्रांस और भारत हमेशा मुश्किल समय में एकजुटता के साथ खड़े हुए हैं यह एकजुटता हमारी रणनीतिक साझेदारी और फ्रांसीसी और भारतीय लोगों के की दोस्ती के बीच है.
दूसरे देश भी भेज रहे हैं मदद
भारत की मदद के लिए अमेरिका, ब्रिटन, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब सहित कई देश मदद के लिए आगे आए हैं. ब्रिटन, भारत में वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर समेत 600 से ज्यादा चिकित्सा उपकरण भेजेगा. भारत में 495 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 120 नॉन इनवेसिव वेंटिलेटर और 20 मैनुअल वेंटिलेटर समेत नौ एयरलाइन कंटेनर इस हफ्ते आएंगे. कुछ उपकरण रविवार को यूके से निकल गए है जो मंगलवार तक नई दिल्ली पहुंचेगे.