रायपुर, 26 जून 2019; छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार के अधिकतम अवसरों का निर्माण राज्य सरकार की प्राथमिकता है, दुर्ग जिले के विकासखण्ड पाटन में ग्राम मर्रा के हायर सेकेण्डरी स्कूल प्रांगण में आयोजित राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव के कार्यक्रम को संबोधित करते कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अभाव में छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के योग्य बने इसके लिए राज्य में वातावरण निर्माण को सख्त जरूरत है। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को रोजगार के अवसर बढ़ाने, गौ माता की सेवा, भूमिगत जल स्तर बढ़ाने नालों से रिचार्जिंग के लिए महत्वाकांक्षी, नरवा, गरूवा, घुरवा और बाडी योजना की महत्ता की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगामी तीन साल के भीतर सभी गांवो में गोठान निर्माण, छायादार वृक्षों का रोपण, वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने, गोबर गैस प्लांट लगाने, पशु नस्ल सुधार अभियान के तौर पर कार्य पूर्ण कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने इस लिहाज से छत्तीसगढ़ को एक मॉडल स्टेट बनाने सभी वर्ग के लोगों से सहभागिता की अपील की, इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और आधुनिक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विभिन्न एप्प निर्माण के लिए प्रमुख सचिव शिक्षा गौरव दिवेदी और उनकी राज्य स्तरीय टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के सभी हायर सेकेण्डरी, हाईस्कूलों में डिजीटलाइजेशन के लक्ष्य को हासिल करने अपनी शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने, उन्होंने शिक्षा में नवाचार, लर्निंग एपप्प के लोकार्पण, निखार कार्यक्रम आदि की जानकारी देते हुए कहा कि इससे अब शासकीय स्कूलों में पढ़ाई करने वाले बच्चे अपने को गौरवान्वित महसूस करेंगे। इस अवसर पर विधायक बेमेतरा आशीष छाबड़ा, लोक शिक्षण संचालक एस. प्रकाश, दुर्ग संभाग के कमिश्नर दिलीप वासनीकर, आईजी हिमांशु गुप्ता, कलेक्टर अंकित आनंद, जामुल नगर पंचायत अध्यक्ष सरोजनी चंद्राकर, शिक्षक, पालकगण तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।