रायपुर(छ.ग), 16-7 : छत्तीसगढ़ में किसानों ने खरीफ मौसम की 55 प्रतिशत बोनी पूरी कर ली है। राज्य शासन के कृषि विभाग द्वारा इस साल 48 लाख 20 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बोनी करने लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य के विरूद्ध अभी तक लगभग 26 लाख हेक्टेयर में किसानों द्वारा खरीफ मौसम की अनाज, दलहन और तिलहन फसलों की बोआई पूरी की जा चुकी है। कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया कि पिछले साल खरीफ मौसम में लगभग 48 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बोनी की गई थी। श्री अग्रवाल ने बताया कि विभाग की ओर से किसानों को अनाज, दलहन और तिलहन फसलों के 09 लाख 18 हजार क्विंटल प्रमाणित एवं संकर प्रजाति (हायब्रिड) के बीज उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। भंडारण केन्द्रों में 08 लाख 42 हजार क्विंटल से अधिक बीजोे का भंडारण किया गया है। किसानों द्वारा विभिन्न फसलों के 06 लाख 88 हजार क्विंटल बीजांे का उठाव किया जा चुका है। प्राथमिक कृषि सहकारी साख समितियों में मांग के अनुसार किसानों को खाद और बीज उपलब्ध कराने की कार्रवाई चल रही है। श्री अग्रवाल ने बताया कि किसानों की ओर से धान की स्वर्णा, महामाया, एम.टी.यू. और एक हजार 10 किस्म की अचानक मांग बढ़ जाने से विभाग द्वारा उनके समकक्ष स्वर्णा, सबवन, आई.आर.-36, बी.पी.टी.-5204, एम.टी.यू. एक हजार एक और राजेश्वरी धान के बीजों की भरपाई की जा रही है। कृषि मंत्री ने बताया कि खरीफ मौसम 2017 में छत्तीसगढ़ किसानों ने 08 लाख 73 हजार मीटरिक टन उर्वरकों का उपयोग किया गया था। पिछले साल की खपत को देखते हुए राज्य शासन द्वारा उर्वरकों की मांग बढ़ाकर केन्द्र शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। केन्द्र सरकार द्वारा इस साल विभिन्न प्रकार के 10 लाख 70 हजार मीटरिक टन उर्वरक उपलब्ध कराने की सहमति दी गई है। छत्तीसगढ़ में अभी तक 08 लाख मीटरिक टन उर्वरकों का भंडारण किया जा चुका है। चालू खरीफ मौसम में किसानों ने 05 लाख मीटरिक टन उर्वरकों का उठाव कर लिया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में अनाज, दलहन और तिलहन फसलों के बीज और खाद उपलब्ध है। श्री अग्रवाल ने किसानों से प्राथमिक कृषि सहकारी साख समितियों से जरूरत के अनुरूप प्रमाणित बीज और खाद उठाने की अपील की है।