भारत सरकार अब भारतीय उत्पादों में गुणवत्ता पर विशेष फोकस कर रही है. भारतीय बाजारों में विदेशी मानकों और साइज के आधार पर कपड़ों और जूता-चप्पलों के मानकीकरण की प्रक्रिया को खत्म कर एक स्वदेशी मानक तय किया जाएगा. केंद्रीय कपड़ा, वाणिज्य और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री पीयूष गोयल ने इसको लेकर कहा कि इस दिशा में पिछले कई सालों से काम चल रहा है और आने वाले दिनों में भारतीय मानकों के आधार पर जल्द ही कपड़े और जूते बाजार में उपलब्ध रहेंगे.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी के पंच तत्व से प्रेरणा लेकर और भारतीयता पर गर्व करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम होगा. उनका कहना है कि भारतीय बाजार में अमेरिका और इंग्लैंड के मानकों के प्रयोग किए जाने को लेकर के पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ साल पहले चिंता जताई थी. उन्होंने कहा था कि गुलामी की मानसिकता की बेड़ियों को तोड़ने के लिए कपड़ों और जूतों के लिए भारतीय मानक का होना जरूरी है.
NIFT को दी गई जिम्मेदारी
कपड़ों के लिए भारतीय मानक तैयार करने के लिए देश के प्रतिष्ठित संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी को जिम्मेदारी दी गई है. एनआईएफटी इस दिशा में काम भी कर रहा है और इसको लेकर के केंद्रीय मंत्री के सामने एक प्रजेंटेशन भी दिया गया है. इन मांगों को तैयार करने के लिए भारतीयों के शारीरिक बनावट का ध्यान रखा गया है.
मानक के अनुसार ही बाजार में आएंगे कपड़े
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि कपड़ों के साथ-साथ जूता-चप्पल के लिए भी भारतीय मानक तैयार किए जा रहे हैं और आने वाले दिनों में इन्हीं मांगों का प्रयोग बाजार में किया जाएगा.