भारतीय नौसेना ने रविवार को फ्रंटलाइन गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर आईएनएस मोरमुगाओ से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया. अधिकारियों ने ये जानकारी दी. इस परीक्षण ने नौसेना की समुद्र में मारक क्षमता और ताकत को साबित किया है. नौसेना के एक अधिकारी ने कहा, ‘नवीनतम गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक आईएनएस मोरमुगाओ ने अपने पहले ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल फायरिंग के दौरान ‘बुल आई’ (लक्ष्य) को सफलतापूर्वक निशाना बनाया.’
आईएनएस मोरमुगाओ भारतीय नौसेना के विशाखापत्तनम-श्रेणी के स्टील्थ गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक का दूसरा जहाज है. वहीं, अधिकारी ने कहा, ‘ये जहाज और उसके शक्तिशाली हथियार, दोनों स्वदेशी, ‘आत्मनिर्भरता’ और समुद्र में भारतीय नौसेना की मारक क्षमता के एक और शानदार प्रतीक हैं.’ ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल नौसेना की अग्रिम पंक्ति की मिसाइल है. इस मिसाइल परीक्षण ने समुद्र में नौसेना की शक्ति को एक बार फिर प्रदर्शित किया है.
हालांकि, वह जगह जहां से मिसाइल का परीक्षण किया गया, उसकी जानकारी गोपनीय रखी गई है. ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड भारत-रूस का एक संयुक्त उद्यम है, जो सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल निर्मित करता है. यह मिसाइल, पनडुब्बी, जहाज और विमान या जमीनी ‘प्लेटफॉर्म’ से दागी जा सकती है.ब्रह्मोस मिसाइल 2.8 मैक या ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना तेज गति से उड़ती है.