सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के जनमत संग्रह कार्यक्रम को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं. ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों ने सिडनी (Sydney) के ब्लैकटाउन सिटी में होने वाले खालिस्तानियों (Khalistani) के इस जनमत संग्रह (Referendum) कार्यक्रम को रद्द करने का फैसला किया है. , सिडनी में SFJ द्वारा प्रस्तावित जनमत संग्रह मूल रूप से ब्लैकटाउन लीज़र सेंटर स्टैनहोप में होने वाला था. लेकिन ऑस्ट्रेलिया (Australia) के अधिकारियों ने कर्मचारियों, लोगों की सुरक्षा और काउंसिल की संपत्ति की सुरक्षा को लेकर इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया है.
ब्लैकटाउन सिटी काउंसिल के प्रवक्ता ने द ऑस्ट्रेलियन टुडे को बताया, “काउंसिल ने आज सुबह इस बुकिंग को रद्द कर दिया है क्योंकि यह लागू काउंसिल पॉलिसी के खिलाफ है. काउंसिल कर्मचारियों, परिषद की संपत्ति और आम लोगों की सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम नहीं उठा सकती है.
अरविंद गौड़ की ओर से परिषद को एसएफजे से संबंधित कार्यक्रम की शिकायत की गई थी. गौड़ ने सिख फॉर जस्टिस प्रचार कार्यक्रम द्वारा पोस्टर और बैनर के माध्यम से आतंकवादियों की प्रशंसा किए जाने की शिकायत की थी. गौड़ ने द ऑस्ट्रेलिया टुडे को बताया कि उन्हें परिषद की सीईओ केरी रॉबिन्सन से एक जवाब मिला है जिसमें बताया गया है कि परिषद के अधिकारियों द्वारा अनधिकृत बैनर और पोस्टर हटाए जा रहे हैं और उन्होंने एनएसडब्ल्यू पुलिस से सलाह मांगी है. रॉबिंसन कहती हैं कि हम शहर के चारों ओर सार्वजनिक संपत्ति पर लगे बैनर और पोस्टर हटा रहे हैं क्योंकि ये हमारी स्वीकृति के बिना लगाए गए हैं.
ऑस्ट्रेलिया टुडे का मानना है कि एनएसडब्ल्यू पुलिस, एएसआईओ, एएफपी और डीएफएटी ने खालिस्तान प्रचार कार्यक्रम के लिए दी गई अनुमति को वापस ले लिया है. यह भी बताया गया है कि विक्टोरिया में रजिस्टर्ड ‘सिख फॉर जस्टिस प्राइवेट लिमिटेड’ को लेकर जांच भी चल रही है. इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि हम बेहिसाब पैसे के लेन-देन के संबंध में जांच कर रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया टुडे ने सिख फॉर जस्टिस प्राइवेट लिमिटेड से संपर्क किया है, हालांकि, उन्हें अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
इस सप्ताह की शुरुआत में खालिस्तान समर्थकों द्वारा BAPS स्वामीनारायण मंदिर रोजहिल पर हिंदू-विरोधी बर्बरतापूर्ण हमला भी किया गया था. हिंदू, इस्लामिक और सिख धार्मिक नेताओं ने हमले की निंदा की और अधिकारियों से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आह्वान किया.
काउंसिल का निर्णय किसी भी तरह से भारत या पाकिस्तान के आंतरिक मामलों से संबंधित किसी भी राजनीतिक स्थिति का समर्थन या आलोचना नहीं है और इसे किसी विशेष राजनीतिक स्थिति के समर्थन के रूप में प्रस्तुत नहीं किया जाना चाहिए.”
उधर, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने ब्लैकटाउन सिटी काउंसिल के इस फैसले पर खुशी जताई है. आरपी सिंह ने ट्वीट किया कि मैं खालिस्तान जनमत संग्रह कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाने के लिए ब्लैकटाउन नगर परिषद, सिडनी के फैसले का स्वागत करता हूं. मुझे आशा है कि ऑस्ट्रेलिया की अन्य नगर परिषदें भी इसका पालन करेंगी.