देश में लंबे सफर के लिए ज्यादातर लोग रेलवे का उपयोग करते हैं. रेलवे में तेज गति से दौड़ने वाली वंदे भारत (Vande Bharat) ट्रेनों को शामिल करने के बाद इनकी संख्या तेजी से बढ़ाई जा रही है. रेल यात्रियों की सुविधा के लिए अब सरकार जल्द ही वंदे भारत ट्रेनों में स्लीपर कोच जोड़ने की योजना पर काम रही है. वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) के मुताबिक इस साल के आखिरी तक वंदे मेट्रो भी तैयार हो जाएगी.
बता दें कि मौजूदा समय में वंदे भारत ट्रेनों को 500 से 600 किलोमीटर की दूरी तक ही चलाया जा रहा है. अब सरकार लंबी दूरी की यात्रा के लिए वंदे भारत ट्रेनों को शुरू करने के लिए इनमें स्लीपर कोच जोड़ने पर काम कर रही है.
स्लीपर वंदे भारत में ये होगा खास
अभी तक देश में जिन वंदे भारत ट्रेनों को चलाया जा रहा है वे सभी चेयर कार वर्जन है. अब इसका स्लीपर वर्जन भी आ रहा है जो कि चेयर कार की तरह ही बेहद खास होगा. स्लीपर वंदे भारत के कोच एल्युमिनियम के बनाए जाएंगे. इसे 220 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से चलने के लिए बनाया जाएगा. जबकि पटरी पर ये 200 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से दौड़ेगी. इसके लिए रेलवे ने 400 नई वंदे भारत ट्रेनें बनाने का टेंडर जारी कर दिया है. बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस धीरे-धीरे शताब्दी एक्सप्रेस तो वहीं इसका स्लीपर वर्जन राजधानी ट्रेनों की जगह लेगा.
स्लीपर वंदे भारत कहां से कहां तक चलेगी?
रेलवे वंदे भारत के स्लीपर वर्जन को शुरुआत में दिल्ली से कानपुर और वाराणसी से दिल्ली के बीच चलाने की योजना बना रहा है. रेलवे ने इसके लिए सर्वे भी शुरू कर दिया है. देश में जिन रेल मार्गों पर यात्रियों की भीड़ ज्यादा रहती है उन पर वंदे भारत के स्लीपर वर्जन को पहले चलाया जाएगा. इस पर रेलवे की मॉनिटरिंग कमेटी रिपोर्ट तैयार कर रही है.