मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं एवं बालिकाओं के प्रति अपराध की शिकायतों का तत्काल संज्ञान लिया जाये, तुरंत परीक्षण कराकर एफ.आई.आर दर्ज की जाये और जरूरी होने पर समय पर मेडिकल परीक्षण भी कराया जाये। महिला अपराधों में दोषी पाये गये, अपराधी के ड्राईविंग लायसेंस भी निरस्त करने की कार्रवाई की जाये। मुख्यमंत्री ने सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाने के लिये कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को संवेदनशील क्षेत्रों का संयुक्त भ्रमण करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा के लिये किये गये उपायों की जानकारी ले रहे थे। इस मौके पर मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री आर.के. शुक्ला सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्पष्ट कहा कि महिलाओं के प्रति अपराध करने वालों को कड़ी सजा दिलाना सुनिश्चित किया जाये। सुरक्षा के उपायों के प्रति समाज के सभी वर्गों में जागरूकता बढ़ाई जाये। स्कूल, कॉलेज, छात्रावास, कोचिंग सेंटर एवं बाल सम्प्रेषण गृहों आदि क्षेत्रों का भ्रमण कर सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित किये जायें। इन क्षेत्रों में सघन गश्त की जाये। कलेक्टर कम से कम माह में एक बार पुलिस अधीक्षक, महिला बाल विकास, स्वास्थ्य एवं नगरीय निकायों के अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक करें। पुलिस महानिदेशक आर.के. शुक्ला ने बताया कि सभी संवेदनशील स्थानों में महिला सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित किये जा रहे हैं। स्कूल, कॉलेज और छात्रावासों में सी.सी.टी.व्ही कैमरे एवं चौकीदार की व्यवस्था तथा स्कूल बसों में सी.सी.टी.व्ही कैमरे और साथ में महिला शिक्षिका का होना सुनिश्चित किया जा रहा है, उन्होंने बताया कि 31 दिसम्बर तक लोक परिवहन की बसों में भी सी.सी.टी.व्ही कैमरे लगाना तय किया गया है।