घरेलू शेयर बाजार में बनी उतार-चढ़ाव की स्थिति और विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी के बीच निवेशकों का इक्विटी म्युचुअल फंड भरोसा बना हुआ है. इक्विटी म्युचुअल फंड में जून के महीने में शुद्ध रूप से 15,498 करोड़ रुपये आए. जून लगातार 16वां ऐसा महीना है जब इक्विटी म्युचुअल फंड में सकारात्मक रूख देखने को मिला है. हालांकि जून के आंकड़े मई 2022 की तुलना में काफी कम हैं जब म्युचुअल फंड में 18,529 करोड़ रुपये आए थे.
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के आंकड़ों से शुक्रवार को यह जानकारी मिली. पिछले महीने की तुलना में कम निवेश की वजह निवेशकों द्वारा निवेश माहौल को लेकर बनी चुनौतियों को देखते हुए सतर्क रूख अपनाना है.
निवेशकों के बीच सकारात्मक धारणा
हालांकि निवेशकों के बीच सकारात्मक धारणा की वजह से इक्विटी योजनाओं में मार्च 2021 से निवेश किया जा रहा है. इससे पहले जुलाई 2020 से फरवरी 2021 के बीच लगातार आठ महीने इन योजनाओं से निरंतर निकासी हुई थी और कुल 46,791 करोड़ रुपये निकाले गए थे.
जून में बाजार में भारी गिरावट
भारतीय शेयर बाजार के लिए जून का महीना काफी मुश्किलों में गुजरा है. इस दौरान घरेलू बाजार में भारी उतार-चढ़ाव रहा और निवेशकों का भारी नुकसान उठाना पड़ा. जून की शुरुआत में सेंसेक्स 55,500 के स्तर के ऊपर था लेकिन 20 जून आते आते यह लगभग 4000 अंक गिर गया. सेंसेक्स 51,500 के स्तर के करीब ट्रेड करने लगा. फिर यहां थोड़ी रिकवरी दिखी लेकिन जून के अन्त में सेंसेक्स 53000 के स्तर के नीचे ही रहा. मतलब लगभग दून 2500 अंक की गिरावट रही.
घरेलू रिटेल निवेशक दिखा रहे दम
बाजार की इस गिरावट के बीच विदेशी निवेशकों भारतीय बाजार से लगातार पैसा निकाल रहे हैं. एफपीआई अक्टूबर 2021 ले लगातार निकासी कर रहे हैं. इसका असर हमारे बाजार पर भी दिख रहा है. लेकिन उनकी बिकवाली घरेलू निवेशक खरीदारी करके लगातार बैलेंस कर रहे. घरेलू रिटेल निवेशक भी बाजार में निवेश करके बड़ा सपोर्ट बाजार को दिए हुए हैं.
इसी के साथ रिटेल निवेशकों का म्यूचुअल फंड में भी भरोसा बना हुआ है. जहां विदेशी निवेशक 9 महीने लगातार बिकवाली कर रहे हैं वही रिटेल निवेशक लगातार 16 महीने से निवेशक कर रहे हैं. एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि निवेश का ये सिलसिला आगे भी चलता रहेगा