विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि भारत के कई इलाकों में कोविड-19 ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 तेजी से पैर पसार रहे हैं. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में स्वामीनाथन ने कहा कि यह मिनी कोरोना लहर की शुरुआत हो सकता है.गौरतलब है कि महाराष्ट्र सहित देश के कई राज्यों में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. गुरुवार को 7000 से अधिक केस मिले थे. स्वामीनाथन ने कहा कि अभी जो सब वैरिएंट दिख रहे हैं वे मूल ओमिक्रॉन BA.1 की तुलना में ज्यादा तेजी से फैल रहे हैं और इसकी भी संभावना है कि ये प्रतिरोधक क्षमता को तेजी से कमजोर कर दे.
उन्होंने कहा कि ऐसा भी देखा जा रहा है कि हर 4 से 6 माह के अंतराल पर कोरोना की मिनी लहर आए. फिलहाल जो केस आ रहे हैं वे कुछ ऐसे ही हैं. उन्होंने कहा कि इस वैरिएंट से निपटने के लिए कोरोना के तमाम प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी तो है ही लेकिन अब वैरिएंट को भी ट्रैक करना जरूरी हो गया है. अखबार से बातचीत में उन्होंने कहा कि अब कोरोना की घर में ही जांच उपलब्ध हो गया है. ऐसे में संभावना है कि इस कारण मामले कम दिख रहे हैं. अभी हॉस्पिटलों में भर्ती मरीजों पर नजर रखने की जरूरत है. साथ ही ज्यादा जोखिम वाले लोगों खासकर 60 साल के ऊपर के लोगों को बूस्टर डोज लगवाया जाए. उन्होंने कहा कि बीए 4 और बीए 5 वैरिएंट के कारण ही दक्षिण अफ्रीका में कोरोना की पांचवी लहर आई है. हालांकि यह लहर अपेक्षाकृत छोटी थी.
इस बारे में एक जानेमाने वायरोलॉजिस्ट और क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर में प्रोफेसर ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि यह स्पष्ट है कि अभी हम जो देख रहे हैं वो ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट है. यह पहले भी संक्रमित हो चुके लोगों को फिर से संक्रमित करने की क्षमता रखता है. लेकिन इससे लोग गंभीर बीमार नहीं होंगे. अभी वही लोग सबसे जोखिम वालों की श्रेणी में हैं जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है या फिर जो लोग किसी अन्य बीमारी से पीड़ित है