सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन ने 9वीं और 10वीं कक्षा का नया सिलेबस जारी कर दिया है. इसमें नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार कुछ नए और जरूरी बदलाव किए गए हैं. इन्हें 2022-23 शैक्षणिक सत्र से ही लागू किया जा रहा है.
सीबीएसई बोर्ड ने कक्षा 9वीं और 10वीं के नए सिलेबस में योग्यता आधारित प्रश्नों की संख्या बढ़ा दी है. इससे स्टूडेंट्स को 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया जाएगा. जिन स्टूडेंट्स को सिलेबस रटने की आदत है, उनके लिए अब थोड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है. नए सिलेबस में रटने का स्कोप काफी कम है.
अपनी समझ से देने होंगे इतने सवालों के जवाब
9वीं-10वीं कक्षा में स्टूडेंट्स को 40 फीसदी सवालों के जवाब अपनी समझ से देने होंगे. इसमें घटना आधारित प्रश्न और एमसीक्यू (MCQ) प्रश्न शामिल किए जाएंगे. वहीं, 20 फीसदी प्रश्न बहुविकल्पीय और 40 फीसदी लघु उत्तर वाले प्रश्न होंगे. 2021-22 शैक्षणिक सत्र की टर्म 1 परीक्षा में 30 फीसदी योग्यता आधारित सवाल पूछे गए थे.
कुछ ऐसा रहेगा 12वीं का पैटर्न
12वीं में 50 फीसदी सवाल लघु और दीर्घ टाइप के होंगे. योग्यता आधारित प्रश्नों की संख्या 30 फीसदी रखी जाएगी 20 फीसदी प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे. 2021-22 शैक्षणिक सत्र की टर्म-1 और टर्म-2 परीक्षा प्रणाली के तहत फर्स्ट टर्म में 20 फीसदी योग्यता आधारित प्रश्न पूछे गए थे. वहीं, टर्म 2 परीक्षा में 20 फीसदी योग्यता आधारित प्रश्न पूछे जा रहे हैं.