देश के चुनाव आयोग ने राज्यसभा की 57 सीटों के लिए चुनाव की तारीख का एलान कर दिया है। चुनाव आयोग ने गुरुवार को बताया कि जून और अगस्त के बीच अलग-अलग तारीखों पर सेवानिवृत्त हुए सदस्यों की वजह से खाली हुई सीटों पर चुनाव कराने का फैसला किया गया है। इसके लिए 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों को भरने के लिए 10 जून को चुनाव कराए जाएंगे। बिहार की 5 और झारखंड की 2 राज्यसभा सीटों पर चुनाव कराये जायेंगे। यूपी की 11, तमिलनाडु, महाराष्ट्र की 6-6, बिहार की 5, राजस्थान, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक की 4-4, मध्यप्रदेश एवं ओड़िशा की 3-3, झारखंड, छत्तीसगढ़, हरियाणा, पंजाब एवं तेलंगाना की 2-2 और उत्तराखंड की 1 राज्यसभा सीट पर चुनाव कराये जायेंगे।
भारत चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसाार आंध्रप्रदेश एवं तेलंगाना में राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल 21 जून को समाप्त हो रहा है। वहीं, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु के राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल 29 जून को समाप्त हो रहा है। इसी तरह कर्नाटक के सांसदों का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है। ओड़िशा के तीन राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल 1 जुलाई 2022 को समाप्त हो रहा है, तो महाराष्ट्र के 6, पंजाब के 2, राजस्थान 4 चार, उत्तर प्रदेश के 11, और उत्तराखंड के एक राज्यसभा सांसद का कार्यकाल 4 जुलाई 2022 को समाप्त हो रहा है। बिहार के 5 और झारखंड के दो राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल 7 जुलाई को समाप्त हो रहा है। हरियाणा का कार्यकाल 1 अगस्त 2022 को समाप्त हो रहा है।
अधिसूचना 24 मई को जारी होगी
मतदान की अधिसूचना 24 मई को जारी की जाएगी और मतदान 10 जून को होगा। नामांकन की आखिरी तारीख 31 मई होगी। स्थापित परंपरा के अनुसार मतदान समाप्त होने के एक घंटे बाद मतगणना होगी। निर्वाचित होने वाले अधिकांश नए सदस्यों के जुलाई में किसी समय होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने की संभावना है। इससे पहले 31 मार्च को छह राज्यों की 13 राज्यसभा सीटों पर चुनाव हुए थे। इनमें से 10 सीटों पर पहले ही सांसदों का निर्विरोध निर्वाचन हो चुका था। 13 सीटोंमें से पांच आम आदमी पार्टी, चार भाजपा और एक यूपीपीएल, दो लेफ्ट और एक कांग्रेस के खाते में गई।
राष्ट्रपति चुनाव से पहले होने वाले ये चुनाव काफी अहम हैं, क्योंकि भाजपा फिलहाल उच्च सदन में 95 सीटों के साथ अव्वल है, और चुनाव के बाद वह फिर 100 का आंकड़ा पार कर सकती है। राज्यसभा में मनोनीत सांसदों की 7 सीटें भी रिक्त हैं। जून-अगस्त के 3 माह के दौरान जिन सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है, उनमें केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारामण, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी शामिल हैं। इनका फिर से चुनकर आना ज़रूरी होगा। उधर, प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के पी. चिदम्बरम, कपिल सिब्बल, जयराम रमेश और अंबिका सोनी जैसे दिग्गजों का कार्यकाल खत्म हो रहा है।
15 राज्यों के इन 57 सांसदों का खत्म हो रहा कार्यकाल
आंध्रप्रदेश: प्रभु सुरेश प्रभाकर, टीजी वेंकटेश, यालामनचिल्ली सत्यनारायण चौधरी, वेणुमबाका विजय साई रेड्डी
तेलंगाना: लक्ष्मीकांत राव वोडितेला और श्रीनिवास धरमपुरी
छत्तीसगढ़: छाया बाई वर्मा और रामविचार नेताम
मध्यप्रदेश: विवेककृष्ण तनखा, मोबाशर जावेद अकबर और समपतिया उईके
तमिलनाडु: टीकेएस एलनगोवन, ए नवनीतकृष्णन, आरएस भारती, एसआर बालासुब्रमणियन, ए विजयकुमार और केआरएन राजेश कुमार
कर्नाटक: केसी राममूर्ति, जयराम रमेश, ऑस्कर फर्नांडीस (13 सितंबर 2021 से खाली है पद) और निर्मला सीतारमण
ओड़िशा: नेक्कांति भास्कर राव, प्रसन्ना आचार्य और सस्मित पात्रा
महाराष्ट्र: पीयूष वेदप्रकाश गोयल, पी चिदंबरम, प्रफुल्ल मनोहरभाई पटेल, विकास हरिभाऊ महात्मे, संजय राजाराम राउत और विनय प्रभाकर सहस्रबुद्धे
पंजाब: अंबिका सोनी और बलविंदर सिंह
राजस्थान: ओमप्रकाश माथुर, अल्फोंस कन्ननथनम, रामकुमार वर्मा और हर्षवर्धन सिंह डूंगरपुर
उत्तर प्रदेश: रेवती रमन सिंह उर्फ मणि, सुखराम सिंह, सैयद जफर इसलाम, विशंभर प्रसाद निषाद, कपिल सिब्बल, अशोक सिद्धार्थ, जय प्रकाश, शिव प्रताप, सतीश चंद्र मिश्रा, संजय सेठ और सुरेंद्र सिंह नागर
उत्तराखंड: प्रदीप टामटा
बिहार: गोपाल नारायण सिंह, सतीश चंद्र दूबे, मीसा भारती, रामचंद्र प्रसाद सिंह और शरद यादव (4 दिसंबर 2017 से रिक्त है पद)
झारखंड: महेश पोद्दार और मुख्तार अब्बास नकवी
हरियाणा: दुष्यंत गौतम और सुभाष चंद्र
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