रायपुर, 05 सितम्बर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से सरगुजा राजस्व संभाग के चार जिलों सूरजपुर, सरगुजा, बलरामपुर और जशपुर के 640 पंच-सरपंचों ने सौजन्य मुलाकात की।
राज्य सरकार की हमर छत्तीसगढ़ योजना के तहत 122 ग्राम पंचायतों के ये पंच-सरपंच रायपुर और नया रायपुर के अध्ययन दौरे पर यहां आए हैं। मुख्यमंत्री ने अपने निवास में उनका आत्मीय स्वागत किया। गृह मंत्री श्री रामसेवक पैकरा और पूर्व संसदीय सचिव श्री सिद्धनाथ पैकरा भी इस अवसर पर उपस्थित थे। डॉ. रमन सिंह ने पंच-सरपंचों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने किसानों को वर्ष 2016 में सहकारी समितियों के उपार्जन केन्द्रों में खरीदे गए धान पर 300 रूपए प्रति क्विंटल की दर से 2100 करोड़ रूपए का बोनस देने का निर्णय लिया है। यह राशि उनके खातों में सीधे जमा कर दी जाएगी। डॉ. सिंह ने उनसे कहा कि दीपावली से पहले बोनस की राशि किसानों को मिल जाएगी। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से गांवों को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास जारी रखने का अनुरोध किया। डॉ. सिंह ने उनसे कहा कि ग्रामीणों के सहयोग से गांवों को हरा-भरा और साफ-सुथरा बनाए रखना पंच-सरपंचों की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से गांवों में होने वाले निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान रखने का आग्रह किया और यह भी कहा कि जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्रता रखने सभी लोगों को मिले, इस पर भी उनको ध्यान देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा- पंच-सरपंचों को हमर छत्तीसगढ़ योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ के बारे में और विकास और योजनाओं के बारे में जानने समझने का मौका मिलेगा। इससे गांवों में विकास के लिए जागरूकता बढेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावित किसानों को राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत राहत मिलेगी और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ मिलेगा। गृहमंत्री श्री रामसेवक पैकरा ने कहा कि राज्य सरकार गांव, गरीब, किसान और मजदूरों के विकास के लिये अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। पूर्व संसदीय सचिव श्री सिद्धनाथ पैकरा ने भी पंच-सरपंचों को संबोधित किया।