बीजिंग, पीएम नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने चीन पहुंचे हुए हैं, सम्मेलन के शुरू होते ही पी.एम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाया, चर्चा के बाद ब्रिक्स देशों ने साझा बयान में कहा गया है कि हम आतंकवाद के सभी प्रारूपों की घोर निंदा करते हैं तथा दुनियाभर में कहीं भी होने वाले आतंकी हमलों की भर्त्सना करते हैं। गौरतलब है कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र में जैश-ए-मोहम्मद के चीफ अजहर मसूद को अतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करने की मांग की है, वहीँ वीटो का उपयोग कर चीन उसे बचाते आया है। भारत के लिए यह बहुत बड़ी कूटनीतिक कामयाबी है, ब्रिक्स देशों की इस घोषणा पत्र में सहमति पर अन्य विदेशी मंचों पर भी आतंकवाद से लड़ने के साझा प्रयासों पर फायदा होगा, घोषणापत्र में कहा गया है कि कहीं भी किसी भी तरह और किसी का आतंकी हमला मंजूर नहीं , जहां भारत ने दुनिया को बताया कि किस तरह पाकिस्तान की धरती से आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है, पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सम्मेलन के शुरू होते ही गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाया। शांति और विकास के लिए सहयोग जरूरी है। पी.एम मोदी ने इस आशय से कहा कि हमारा मिशन गरीबी को हटाना, स्वास्थ्य, सफाई, कौशल, खाद्य सुरक्षा, लैंगिक समानता, शिक्षा सुनिश्चित करना है। इसके अलावा हरित ऊर्जा के क्षेत्र में पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स देश आई. एस. ए के साथ मिलकर सोलर एनर्जी पर काम कर सकते हैं। मोदी ने सम्मेलन में भ्रस्ट्राचार को खत्म करने के तरीकों पर भी अपनी बात रखी।