छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रतियोगी परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थियों के लिए बड़ी घोषणा की है. सीएम बघेल ने विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा में ली जाने वाली फीस माफ कर दी है. यानी कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा किसी भी भर्ती परीक्षा में स्थानीय अभ्यर्थियों से फीस नहीं ली जाएगी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस फैसले से छात्रों में खुशी का माहौल है और प्रतियोगी परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने फिल्म टाइगर अभी जिंदा है के तर्ज पर छत्तीसगढ़ी भाषा में ‘कका अभी जिंदा हे’ के नारे लगाये.
बता दें कि विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड की परीक्षा में फीस माफी की मांग को लेकर बीते मंगलवार को ही एनएसयूआई के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की थी. इसके बाद सीएम बघेल ने तत्काल परीक्षा शुक्ल माफ करन की घोषणा कर दी. सीएम के इस फैसले से छात्र-छात्राएं बेहद खुश हैं. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही पूजा सिंह ने बताया कि सरकार के इस फैसले से गरीब तबके के छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत मिलेगी. वहीं हरीश पटनायक ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के लिए फीस माफ करने का फैसला बहुत अच्छा है. क्योंकि इससे अब प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने से पहले अपनी जेब नहीं टटोलनी पड़ेगी.
सीजी पीएएससी और व्यापम की फीस भी माफ
हरीश कहते हैं कि पहले परीक्षा शुल्क के लिए पैसे ना होने की वजह से कई से अभ्यर्थियों को दिक्कत होती थी, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा परीक्षा शुल्क माफ कर दिए जाने से अब छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. बता दें कि बस्तर और सरगुजा में विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा तृतीय और चतुर्थ श्रेणी पद के लिए परीक्षा आयोजित होती है. गौरतलब है कि इस साल 2022-23 में प्रस्तुत किये गये बजट में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ पीएससी और व्यापमं की प्रतियोगी परीक्षा देने वाले स्थानीय अभ्यर्थियों की भी फीस माफ की है और अब यही फैसला विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड के लिए भी लिया गया है.