रूस से भारत जल्द सस्ते दामों पर कच्चा तेल खरीदने वाला है. रूस ने भारत को सस्ते दामों पर कच्चा तेल बेचने का ऑफर दिया है. रूस ने मौजूदा अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों के मुकाबले 35 डॉलर प्रति बैरल के डिस्काउंट पर कच्चा तेल बेचने का ऑफर दिया है. रूस के इस ऑफर पर मोदी सरकार गंभीरता से विचार कर रही है. रूस ने भारत को कच्चे तेल बेचने के दौरान शिपिंग और बीमा खर्च की भी जिम्मेदारी खुद लेने का ऑफर दिया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय बाजार के रेट के मुकाबले रूस भारत को सस्ते दामों के साथ 35 डॉलर प्रति डिस्काउंट पर कच्चा तेल बेचने को तैयार है. जाहिर है इसका बड़ा फायदा भारत के उपभोक्ताओं को मिलेगा जो हर रोज पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों में परेशान है.
इससे पहले पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने संसद में भी कुछ दिनों पहले कहा था कि भारत रूस से डिस्काउंट वाला कच्चे तेल खरीदने पर विचार कर रहा है. रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीदने पर भारत को जबरदस्त फायदा होगा जो महंगे कच्चे तेल से परेशान है. हालांकि केंद्र रूस को कच्चे तेल खरीदने पर भुगतान का तरीका क्या हो इस पर विचार कर रहा है. रुपया – रूबल व्यवस्था एक विकल्प है पर अंतिम फैसला जल्द लिए जाने की उम्मीद है.
रूस भारत का सबसे भरोसेमंद पुराना मित्र देश रहा है. इसी के चलते भारत ने रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को लेकर यूएन में रूस के खिलाफ मतदान में हिस्सा नहीं लिया. वहीं अमेरिका को भी रूस से भारत के तेल खरीदने पर आपत्ति नहीं है. वाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा, भारत रूसी तेल पर छूट खरीदकर प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं कर रहा है.
कच्चे तेल के दामों में भी गिरावट
रूस यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के थमने के आसार के चलते अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में भी गिरावट है. कच्चा तेल 5 डॉलर की गिरावट के साथ 108 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर ट्रेड कर रहा है. आपको बता दें भारत अपने खपत का 85 फीसदी कच्चे तेल के लिए आयात पर निर्भर है.