महंगाई ( Inflation) के मोर्चे पर आम लोगों के लिये बुरी खबर है. थोक मुल्य आधारित महंगाई दर के बाद खुदरा महंगाई दर में बढ़ोतरी आई है. फरवरी महीने में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation ) 6.07 फीसदी रहा है जबकि जनवरी 2022 में 6.01 फीसदी रहा था. खुदरा महंगाई दर का ये आंकड़ा 8 महीने के उच्चतम स्तर पर है. राष्ट्रीय सांख्यिकी विभाग ने महंगाई दर को लेकर ये आंकड़ा जारी किया है.
खुदरा महंगाई दर 6.07 फीसदी पर जा पहुंचा है जो आरबीआई के महंगाई दर के तय किए अपर लिमिट 6 फीसदी से ज्यादा है. फरवरी महीने में ग्रामीण इलाकों में महंगाई ज्यादा बढ़ी है. एनएसएसओ के आंकड़े के मुताबिक ग्रामीण इलाकों का महंगाई दर फरवरी महीने में 6.12 फीसदी से बढ़कर 6.38 फीसदी जा पहुंचा है. हालांकि शहरी इलाकों में खुदरा महंगाई में कमी आई है और ये 5.91 फीसदी से घटकर 5.75 फीसदी पर आ गया है.
खाने पीने की चीजों का महंगाई दर फरवरी महीने में बढ़कर 5.85 फीसदी पर जा पहुंचा है जबकि जनवरी में 5.43 फीसदी रहा था. फूड बास्केट में बढ़ोतरी वजह खाने के तेल के दामों में बढ़ोतरी है जो 16.44 फीसदी रहा है. साग-सब्जियों की कीमतों में 6.13 फीसदी की बढ़ोतरी आई है तो मीट और मछली के दामों में 7.45 फीसदी और अंडे के दामों में 4.15 फीसदी की उछाल आई है.
बहरहाल माना जा रहा है कि महंगे कच्चे तेल के दामों में चलते पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ेंगे तो महंगाई और बढ़ सकती है. जिसके चलते कर्ज महंगा हो सकता है. आरबीआई अप्रैल महीने में 2022-23 की पहली कर्ज नीति की समीक्षा का ऐलान करेगा.