मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को देश के 73वंे गणतंत्र दिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने शुभकामना संदेश में उन्होंने कहा है कि गणतंत्र दिवस लोकतंत्र का महापर्व है। वर्ष 1950 में 26 जनवरी को देश का संविधान लागू हुआ और भारत एक संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न लोकतंत्रात्मक गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ। संविधान ने सभी नागरिकों की गरिमा और स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के साथ सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक न्याय और समता के लिए मजबूत नींव तैयार की। संविधान की यही मूल भावना है। इससे हमारा देश विविधताओं के बावजूद एकता और अखण्डता के साथ उन्नति के पथ पर आगे बढ़ रहा है।
श्री बधेल ने भारत की आजादी के लिए त्याग और बलिदान देने वाले अमर सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि पुरखों के लंबे संघर्ष से हमें लोकतंत्र का वरदान मिला है। यह खुशी और गर्व की बात है कि छत्तीसगढ़ ने स्वतंत्रता संग्राम में महती भूमिका निभाई और संविधान सभा में भी प्रतिनिधित्व किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पुरखों की परिकल्पना के अनुरूप ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़‘ को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। प्रदेश में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए सुराजी गांव योजना, गोधन न्याय योजना और राजीव गांधी किसान न्याय जैसी योजनाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इन योजनाओं के क्रियान्वयन के फलस्वरूप छत्तीसगढ़ में आर्थिक बदलाव का नया युग प्रारंभ हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना काल में भी छत्तीसगढ़ में आर्थिक विकास का पहिया लगातार गतिमान रहा। राज्य में कृषि, उद्योग, रियल इस्टेट सहित सभी सेक्टरों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल हुई। गणतंत्र दिवस के अवसर पर श्री बघेल नेे नागरिकों से आह्वान किया है कि सभी देश की एकता, अखण्डता, आपसी बंधुत्व और विकास सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय भागीदारी निभाएं, जिससे देश-प्रदेश लगातार मजबूत हो।