मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर दूसरी से ज्यादा संक्रामक होती दिखाई दे रही है. डराने वाली बात ये है कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जबकि रिकवरी रेट घट रही है. रिकवरी रेट 7% तक घट गई है. संक्रमण से होने वाली मौतों के आंकड़े भी बढ़ते दिखाई दे रहे हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर लोग नहीं माने तो इसका असर ज्यादा समय तक देखेने को मिल सकता है. कोरोना की तीसरी लहर फरवरी महीने से लेकर मार्च के अंत तक देखी जा सकती है. मध्य प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना से 11 हजार 274 मरीज सामने आए हैं, जबकि 5 लोगों की मौत हुई है. ग्वालियर के डबरा में एक दिन पहले एक 5 दिन की बच्ची की मौत भी हो गई. विशेषज्ञों के मुताबिक, दूसरी लहर का रिकॉर्ड रविवार को टूट सकता है. दूसरी लहर में एक दिन में 12 हजार से ज्यादा केस देखने को मिले थे.
संक्रमण की रफ्तार 5 गुने से ज्यादा
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2021 के अंतिम महीनों में 15 से ज्यादा मरीजों की संक्रमण से मौत हुई थी. जबकि, इस साल जनवरी में 23 से ज्यादा संक्रमित लोगों की मौतें हो चुकीं हैं. प्रदेश में शुक्रवार को 9600 से ज्यादा मरीज मिले और संक्रमण दर 12.4% पर पहुंच गई. कोरोना की दूसरी लहर जब गुजरी थी तक साल के आखिरी करीब-करीब 180 दिनों में 12500 से ज्यादा मरीज मिले थे. जबकि, तीसरी लहर में सिर्फ 21 दिनों में ही 77 हजारा से ज्यादा मरीज मिले. यह आंकड़ा साल 2021 के मुकाबले साढ़े पांच गुना ज्यादा है.