छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य कांग्रेस नेताओं पर नोएडा में चुनाव आयोग की ओर से कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन करने के मामले में दर्ज हुई एफआईआर को लेकर अब सीएम ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस मामले पर कहा कि मेरे साथ हर समय 15 से 20 सुरक्षा कर्मी रहते हैं. फिर यूपी पुलिस भी साथ थी. पत्रकार भी काफी संख्या में थे. जब कहीं जाते हैं तो लोग भी मिलने पहुंचते ही हैं. उन्होंने कहा कि फिर चुनाव प्रचार किस तरीके से होगा. यदि मुझ पर कार्रवाई की गई तो अमरोहा में बीजेपी के मंत्री पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई. चुनाव आयोग अभी निष्पक्ष तरीके से काम नहीं कर रहा है तो बाद में क्या होगा.
आयोग को दी सलाह
इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि चुनाव आयोग ही इस बात पर स्पष्ट करे कि आखिर चुनाव प्रचार कैसे करना है. वो ही गलियों में उतर कर दिखाए कि डोर टू डोर कैंपेन कैसे होगा. वैसे ही कर लिया जाएगा.
गौरतब है कि रविवार को नोएडा के सेक्टर 49 की पुलिस ने RO की शिकायत पर कोरोना महामारी एक्ट का उल्लंघन करने पर केस दर्ज किया है. कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन होने की सूचना मिलने पर जिला निर्वाचन अधिकारी व DM सुहास एलवाई ने एडीसीपी नोएडा से एफआईआर दर्ज करने को कहा. FIR में कहा गया है कि गौतमबुद्धनगर में धारा 144 लागू होने की वजह से एक स्थान पर पांच या इससे अधिक लोग नहीं जुट सकते. धारा 144 के उल्लंघन और महामारी एक्ट समेत अन्य आईपीसी धाराओं के तहत थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार सुबह नोएडा सदर पर घोषित पार्टी प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक के साथ डोर-टू-डोर प्रचार किया था. इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ लोगों के घर-घर जाकर उनसे कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देने की अपील की थी. शिकायत भी की गई कि भूपेश बघेल के साथ काफी भीड़भाड़ थी जो कि सरासर धारा 144 और कोविड महामारी एक्ट का उल्लंघन है. जबकि 5 से ज़्यादा लोगों की भीड़ की अनुमति नहीं थी.