राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री ठाकुर राम सिंह ने आज प्रेक्षकों और उप जिला निर्वाचन अधिकारियों की बैठक लेकर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत 20 जनवरी को होने वाले मतदान की तैयारियों की समीक्षा की। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सम्पन्न हुई इस बैठक में उन्होंने कहा कि निर्वाचन लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है। आयोग का दायित्व है कि जनता को उसके जनप्रतिनिधि का चुनाव करने के लिए समय-समय पर निर्वाचन सम्पन्न कराये, लेकिन वैश्विक महामारी कोविड-19 के साथ निर्वाचन कराना बहुत चुनौती पूर्ण कार्य है। इसके लिए निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ-साथ आम जनता के सहयोग की महती आवश्यकता है। सुरक्षित रूप से मतदान कराना हम सब की जिम्मेदारी है। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उन्होने अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिये।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि मतदान सम्पन्न कराने के लिए मतदान दलों की कमी नही होनी चाहिए इसलिए अतिरिक्त लोगों को प्रशिक्षत कर पर्याप्त मात्रा में रिजर्व टीम तैयार रखें। उन्होने कहा कि यदि मतदान दल में शामिल किसी भी व्यक्ति को थोड़े भी लक्षण जैसे सर्दी, खांसी, जुखाम, बुखार इत्यादि हो तो उन्हे राहत दें और अतिरिक्त कर्मियों को प्रशिक्षण देकर तैयार करें ताकि निर्वाचन कार्य में किसी भी प्रकार की बाधा ना आये। उन्होने कहा कि मतदान दल में शामिल सभी लोगों का पूर्ण वैक्सीनेशन होना अनिवार्य है यदि इनमें बूस्टर डोज के पात्र कर्मी हों तो वे बूस्टर डोज भी लगवा लें। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि आयोग द्वारा समय-समय पर जारी दिशा निर्देशों का पालन भी सुनिश्चित करें।
सुरक्षित मतदान हेतु ग्रामीणों को करें जागरूक-
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि जागव बोटर ‘जाबो’ अभियान के तहत मतदाताओं को सुरक्षित मतदान के लिए प्रेरित करते रहें। ग्रामीणों को कोविड-19 से बचाव के उपायों के बारे में बताते रहें। यदि गांव में किसी को सर्दी जुखाम इत्यादि की शिकायत हो तो उसे किन सुरक्षा उपायों को बताकर मतदान देना है यह भी समझाएं। जागरूकता अभियान में अधिक से अधिक ग्रामीणों की सहभागिता सुनिश्चित करें।
मतदान केन्द्रो में कोविड-19 गाईडलाईन का हो पालन
निर्वाचन आयुक्त ने कहा मतदान केन्द्रों में सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाईजेशन इत्यादि की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। नगरीय निकाय चुनाव की तरह पंचायत चुनाव में भी प्रत्येक मतदान केन्द्र में स्वास्थ्य कर्मी तैनात रहेगें। किसी भी व्यक्ति को कोविड-19 संक्रमण के कारण मतदान से वंचित नही किया जाएगा बल्कि यदि कोई संक्रमित व्यक्ति मतदान का इच्छुक है तो वह पीपीई किट पहनकर मतदान कर सकेगा परन्तु उसे इसकी पूर्व सूचना पर्याप्त समय रहते देनी होगी। पीपीई किट की व्यवस्था मतदाता को स्वयं करनी होगी। कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति सबसे आखिर में मतदान कर सकेंगें।
निर्वाचन कार्याे की रिपोर्टिंग में लाएं मुस्तैदी-
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिये की आयोग को हर जरूरी रिपोर्ट समय पर भेजना सुनिष्चित करें। यदि जमीनी स्तर पर किसी भी प्रकार की दिक्कत आये तो आयोग को तत्काल सूचित करें। उन्होने कहा कि आज का युग तकनीकी युग है और सभी अधिकारी कर्मचारी इस बात से भली भांति वाकिफ हैं कि समय पर रिपोर्टिंग के क्या महत्व है। उन्होने कहा चाहे मतदान हो, मतगणना हो या निर्वाचन से जुड़ी दूसरी जानकारियां जिनके बारे में आयोग को अवगत कराना अनिवार्य है की सूचना आयोग को तत्काल देना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि यह बहुत छोटा चुनाव है लेकिन आप सभी को पूरी जिम्मेदारी के साथ जीरो एरर रखते हुए काम करना है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि अभ्यर्थियों के प्रचार प्रसार के संबंध में भी आयोग द्वारा अतिरिक्त गाईडलाईन जारी की गई है जिसके तहत सभा, रैली, जुलूस तथा एैसी कोई भी एक्टिविटी जिसमें भीड़ एकत्रित होने की संभावना हो, पर प्रतिबंध लगाया गया है। निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारी इन सभी बातों पर ध्यान रखें यदि कोई गाईडलाइनों का उलंघन करते पाया जाता है तो उस पर आवश्यक कार्यवाही भी करें। मतदान दलों के प्रशिक्षण, मतदान सामग्री की व्यवस्था, सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था की भी समीक्षा की। उल्लेखनीय है कि 20 जनवरी को त्रिस्तरीय पंचायत आम एवं उप निर्वाचन के तहत 330 पंच, 152 सरपंच, 27 जनपद सदस्य और 3 जिला पंचायत सदस्यों के लिए मतदान होंगे। बैठक में सचिव श्री रिमिजुइस एक्का, उप सचिव डॉ संतोष कुमार देवांगन, अवर सचिव श्री आलोक श्रीवास्तव, श्री प्रणय वर्मा, संयुक्त संचालक वित्त श्री जेरोम एक्का, स्टाफ ऑफिसर श्री एम. प्रजापति भी मौजूद थे।