सरकार ने पासपोर्ट बनवाने के नियमों को काफी सरल कर दिया है. इन नियमों के चलते अब पासपोर्ट बनवाना बहुत आसान हो गया है. आप घर बैठे-बैठे पासपोर्ट के लिए अप्लाई कर सकते हैं. पासपोर्ट ऑफिस में जाने का समय निर्धारित कर सकते हैं. इस तरह अब बहुत ही मामूली प्रक्रिया के बाद पासपोर्ट तैयार होकर आपके घर आ जाता है.
अब लोगों को जल्द पासपोर्ट को अपने साथ लेकर चलने से भी मुक्ति मिल जाएगी. सरकार जल्द ही देश में ई-पासपोर्ट सर्विस शुरू करने जा रही है. हाल ही में विदेश मंत्रालय के सचिव संजय भट्टाचार्य ने एक ट्वीट में कहा था कि भारतीय नागरिकों को जल्द ही ई-पासपोर्ट मिलने की संभावना है.
ज्यादा सुरक्षित होगा ई-पासपोर्ट
ई-पासपोर्ट आने से पासपोर्ट के गुम होने, जलने या गलने के झंझट से भी छुटकारा मिल जाएगा. ई-पासपोर्ट कागजी पासपोर्ट से ज्यादा सुरक्षित और सुगम होगा. मौजूदा समय में भारत का पासपोर्ट बुकलेट के रूप में होता है. विदेश मंत्रालय के सचिव का कहना है कि ई-पासपोर्ट बायोमेट्रिक डेटा के साथ सुरक्षित होंगे और विश्व स्तर पर इमिग्रेशन की जरूरतों को पूरा करेगा.
सरकार का कहना है कि ई-पासपोर्ट जालसाजी पर भी लगाम लगाएगा और यात्रियों के लिए तेजी से इमिग्रेशन में मदद करेगा. विदेश मंत्रालय का कहना है कि ई-पासपोर्ट अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के मानकों का पालन करेगा.
कैसा होगा ई-पासपोर्ट
ट्रायल के आधार पर विदेश मंत्रालय ने लगभग 20,000 आधिकारियों और राजनयिकों को ई-पासपोर्ट जारी किए हैं. ई-पासपोर्ट में इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोप्रोसेसर चिप लगा होता है. पासपोर्ट के आगे चिप ई-पासपोर्ट के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त लोगो लगा होगा.
ई-पासपोर्ट के लिए विदेश मंत्रालय ( external affairs ministry) ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (Tata Consultancy Services-TCS) के साथ एक समझौता किया है. पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम (Passport Seva Programme) के दूसरे चरण के तहत माइक्रोचिप लगे ई-पासपोर्ट के लिए यह समझौता किया गया है.
पासपोर्ट बनवाने के लिए जरूरी दस्तावेज
पासपोर्ट बनाने के लिए आमतौर पर तीन ही डॉक्यूमेंट्स चाहिए होते हैं लेकिन इन तीन दस्तावेजों के साथ आपको और भी कई भी डॉक्यूमेंट्स देने होते हैं. इनमें जरूरी है – मौजूदा निवास प्रमाण पत्र, जन्मतिथि का प्रमाण-पत्र और नॉन-ईसीआर कैटेगरी के लिए डॉक्यूमेंट.
पूरे देश में 555 पासपोर्ट केंद्र
भारत में वर्तमान में 555 पासपोर्ट केंद्रों का नेटवर्क है जिसमें 36 पासपोर्ट कार्यालय, 93 पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) और 426 डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) शामिल हैं.