पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2022) के मद्देनजर चुनाव आयोग ने महिलाओं पर भी अहम जिम्मेदारी दी है. इस बार चुनावों में महिलाओं को बूथ प्रबंधन से लेकर सुरक्षा तक की अहम जिम्मेदारियां निभाते देखा जा सकेगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग ने बताया है कि पांचों राज्यों में महिलाओं की सक्रियता देखने को मिली है. सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है. इसको देखते हुए फैसला लिया गया है कि महिलाओं के लिए खास तरह के इंतजाम होंगे. चुनाव आयोग ने बताया कि 1620 पोलिंग स्टेशन सिर्फ महिलाएं संचालित करेंगी.
आयोग ने कहा है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनाव में हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक पोलिंग बूथ ऐसा होगा जो पूरी तरह से महिला कर्मचारियों द्वारा ही संचालित होगा. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव में 18.34 करोड़ मतदाता चुनावों में हिस्सा लेंगे, जिनमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं.
उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक भागीदारी महिलाओं की
आयोग ने बताया कि इस बार के चुनावों में महिलाओं की उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक भागीदारी देखी गई है. यहां पुनरीक्षण अभियान के दौरान 52 लाख 80 हजार 882 नए मतदाता जोड़े गए हैं. इसमें 23 लाख 92 हजार 258 पुरुष जबकि 28 लाख 86 हजार 988 महिला और 1636 ट्रांसजेंडर हैं. इनमें महिलाओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले ज्यादा है. इन आंकड़ों से माना जा रहा है कि आने वाले चुनावी परिणामों में महिलाएं अहम भूमिका निभाएंगी. उत्तर प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 15 करोड़ 2 लाख 84 हजार 5 बताए गए हैं. इनमें से 8 करोड़ 4 लाख 52 हजार 736 पुरुष मतदाता, 6 करोड़ से ज्यादा महिला मतदाता हैं. प्रदेश में करीब 800 पोलिंग बूथों पर महिला कर्मचारी जिम्मेदारी निभाएंगी.