देश में बढ़ते ओमिक्रॉन (Omicron) के खतरे के बीच कई राज्य कोरोना टेस्टिंग (Covid Testing) पर कम ध्यान दे रहे हैं. इसे लेकर केंद्र सरकार (Central Government) ने चिंता जाहिर की है. केंद्र ने 8 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश को इस मामले में खत लिखकर आगाह किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव आरती आहूजा ने लिखा है कि अगर पर्याप्त टेस्टिंग नहीं हुई तो देश में वायरस की वास्तविक स्थिति का पता नहीं चल पाएगा.
आहूजा ने जिन राज्यों को खत लिखा है वो हैं-तमिलनाडु, पंजाब, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मिजोरम, मेघालय, बिहार और जम्मू-कश्मीर. उन्होंने लिखा-‘कोरोना के वेरिएंट ऑफ कंसर्न (ओमिक्रॉन) के मामले अधिक संख्या में मिल रहे हैं. बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन के बावजूद कई देशों में ओमिक्रॉन मामले कई गुना तेज रफ्तार से बढ़ रहे हैं. कोरोना के खिलाफ प्रयासों को कमजोर होने से रोकने के लिए लगातार सतर्कता की आवश्यकता है.’
टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ानी बेहद जरूरी
खत में लिखा गया है- ‘ओमिक्रॉन की बेहद तेज संक्रामक क्षमता को ध्यान में रखना होगा. ओमिक्रॉन संक्रमण से ज्यादातर मामले लक्षणविहीन मिल रहे हैं. अगर ऐसी स्थिति में टेस्टिंग की रफ्तार तेज कर दी जाएगी तो संक्रमित लोग वायरस का प्रसार अधिक नहीं कर पाएंगे.’
आज मिले 90 हजार से ज्यादा केस
बता दें कि भारत में कोरोना के मामलों में तेजी देखी जा रही है. महज कुछ दिन के अंदर ही सात हजार कोरोना केस से 90 हजार कोरोना केस रोजाना तक आंकड़ा पहुंच गया है. पिछले 24 घंटों में भारत में 90,928 नए कोविड के मामले दर्ज किए गए हैं, जो बुधवार की तुलना में 56.5 फीसदी ज्यादा हैं.
पिछले 24 घंटे में 325 लोगों की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हुई है. चूंकि ओमिक्रॉन की संक्रमण दर काफी ज्यादा है जिससे संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में इजाफा इस बात का संकेत है कि इनमें से अधिकतर केस ओमिक्रॉन संक्रमित व्यक्तियों के हो सकते हैं, लेकिन बिना सीक्वेंसिंग डेटा के यह कह पाना संभव नहीं है.