मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज राजधानी रायपुर पुलिस परेड ग्राउंड में पुलिस जवानों के साथ नव वर्ष कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में किसानों और जवानों दोनों की जय-जयकार हो रही है। पिछले दो वर्ष सभी लोग कोरोना संकट से जूझते रहे, मैं उम्मीद करता हूं कि आने वाला वर्ष सभी के लिये आरोग्यता और समृद्धि लेकर आये। उन्होंने कहा कि कड़ाके की ठंड में हमारे जवान रातभर गश्त करते हैं, तब हम सब चैन की नींद सो पाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे संतोष है कि नक्सल क्षेत्र में हमारी पुलिस बेहतरीन कार्य कर रही है। नक्सली समस्या केवल कानून-व्यवस्था का मामला नहीं है बल्कि ये राजनैतिक और सामाजिक समस्या भी है। हम नक्सलियों की मांद में जाकर कैंप खोल रहे हैं। अब नक्सलियों के हौसले पस्त होने लगे हैं। अब वहां के वनवासी पुलिस को अपना मित्र मानते हैं। पुलिस कैंपो से बाहर निकलकर लोगों से घुल-मिल रही है। ग्रामीणों की मदद कर रही है। इसलिये वहां नागरिकों को विश्वास होने लगा है कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिये हैं। बस्तर का अधिकांश हिस्सा नक्सलियों से मुक्त हो चुका है। वहां सड़क, पुल, पुलिया एवं अन्य विकास कार्य होने से लोगों को आवागमन की भी सुविधा हो गयी है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में दंतेश्वरी फाईटर्स की कमांडो से उनके अनुभव भी पूछे। डीएसपी आशारानी ने बताया कि पुलिस लोगों को विश्वास में लेकर कार्य कर रही है। उनके सुख-दुख में हम साथ देते हैं। इसलिये कैंपों का लोग विरोध नहीं कर रहे हैं। अभी हाल ही में नहाड़ी गांव में कैंप खोला गया है। वहां हमने नागरिकों को पेयजल उपलब्ध हो सके इसके लिये 20 बोर कराये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों द्वारा उनके लिये जो विकास कार्य किये जा रहे हैं, उसे नागरिक समझने लगे हैं इसलिये आपका साथ दे रहे हैं। कोरबा जिला बल के कॉन्सटेबल संदीप पांडे ने मुख्यमंत्री से कहा कि आपके निर्देश पर साप्ताहिक अवकाश मिलना शुरू हो गया है। आपके निर्देश पर कोरबा पुलिस ने सबसे पहले जनदर्शन शुरू कर लोगों की समस्याओं का समाधान करना शुरू कर दिया है। हमारे जिले में आपकी मंशानुरूप ’खाकी के रंग स्कूल के संग’ कार्यक्रम चलाकर युवाओं को पुलिस से जोड़ा जा रहा है।