दिल्ली के कई हिस्सों में बाढ़ (Delhi Yamuna Flood) के पानी के घुसने के कारण ट्रैफिक जाम की समस्या लगातार जारी है. शुक्रवार को यमुना का जलस्तर (Yamuna Water Level) कम होने के संकेत दे रहा है और पिछले 48 घंटों में पहली बार यह 208 मीटर के स्तर से नीचे आ गया था. रात में यमुना का जलस्तर 207.98 मीटर रिकार्ड किया गया. गुरुवार को यह तीन घंटे तक स्थिर रहने के बाद बढ़ना शुरू हुआ और शाम सात बजे तक खतरे के निशान 205.33 मीटर से तीन मीटर ऊपर 208.66 मीटर की ऊंचाई पर पहुंच गया था. जलभराव के कारण दिल्ली सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के रेगुलेटर को हुए नुकसान को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आईटीओ चौराहे और राजघाट पर सर्वेक्षण किया
दिल्ली में कई दिनों की भारी बारिश और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना के तट टूटने से लाल किला, कश्मीरी गेट, सिविल लाइन्स, राजघाट और आईटीओ सहित शहर के कई इलाके पानी में डूब गए हैं. निचले इलाकों से हजारों लोगों को निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा. दिल्ली में यमुना ने 1978 में बनाए गए 207.49 मीटर के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ दिया. यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में पानी सड़कों तक आ गया है, जिसकी वजह से लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि बाढ़ से प्रभावित लोगों के बचाव और राहत के लिए एनडीआरएफ की कई टीम दिल्ली में तैनात हैं. अगले 24 घंटे में यमुना नदी के जलस्तर में गिरावट की उम्मीद है. जबकि भारतीय सेना ने WHO बिल्डिंग के पास I&FC रेगुलेटर की बहाली का काम लगभग पूरा कर लिया है. सेना ने ITO बैराज के 5 गेटों को जाम करने वाली गाद और कीचड़ को साफ करने का काम भी पूरा कर लिया है. ITO का एक बैराज भी खोला गया है, जिससे यमुना के जलस्तर में कमी होगी.