नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) विश्व विजय सिंह को सेवा से दिया गया है. वह बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और अन्य की संलिप्तता में मुंबई में 2021 में क्रूज ड्रग्स छापेमारी करने वाली टीम का हिस्सा थे. हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी को एक असंबंधित मामले में एजेंसी से हटा दिया गया है, न कि आर्यन खान से जुड़ी जांच के हिस्से के रूप में.
अधिकारिक सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक विश्व विजय सिंह को पिछले साल अप्रैल से पहले ही निलंबित कर दिया गया था, जबकि एनसीबी द्वारा उनके आचरण के संबंध में जांच की जा रही थी. इसमें कहा गया है कि कदाचार से संबंधित एक असंबद्ध मामले में जांच हाल ही में पूरी हुई थी, जिसके बाद उन्हें सेवा से बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया. एनसीबी के महानिदेशक सत्य नारायण प्रधान ने रिपोर्ट की पुष्टि की है, लेकिन सिंह ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, ‘यह मामला गृह मंत्रालय के पास लंबित है.’
7 अधिकारियों के खिलाफ हुई थी विभागीय कार्रवाई
एनसीबी की मुंबई टीम के खिलाफ आरोपों के बाद, जिसमें पूर्व जोनल निदेशक समीर वानखेड़े भी शामिल थे, कॉर्डेलिया छापे में एक अलग सतर्कता जांच की गई, जो नवंबर 2021 में समाप्त हुई. नतीजतन, सात अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई. हालांकि, जांच में क्या सामने आया यह सार्वजनिक नहीं किया गया है. 2 अक्टूबर 2021 को आर्यन खान और कई अन्य लोगों को एनसीबी द्वारा ड्रग रखने उपभोग और तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जो मुंबई के अंतर्राष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल पर कॉर्डेलिया क्रूज़ शिप में मारे गए छापों से जुड़ा था.
व्हाट्सएप चैट के आधार पर बताई थी ड्रग साजिश
मई 2022 में एजेंसी द्वारा दायर चार्जशीट में आर्यन खान और पांच अन्य को अपर्याप्त सबूतों के कारण नामित नहीं किया गया था. पूर्व जोनल निदेशक समीर वानखेड़े, जिन्हें बाद में एनसीबी से स्थानांतरित कर दिया गया था. मुंबई तट के पास जहाज पर छापा मारने के लिए सिंह और कुछ गवाहों सहित टीम का नेतृत्व किया. व्हाट्सएप चैट के आधार पर, वानखेड़े की टीम ने दावा किया कि आरोपी एक बड़ी ड्रग साजिश का हिस्सा थे, जिसमें आरोप लगाया गया था कि आर्यन खान विदेशी ड्रग आपूर्तिकर्ताओं के संपर्क में था और चैट में “हार्ड ड्रग्स” और “थोक मात्रा” का उल्लेख किया गया था.
हाईकोर्ट से मिली थी आर्यन खान को जमानत
खान को 28 अक्टूबर 2021 को बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा जमानत दी गई थी, जब उसने अपर्याप्त सबूतों के आधार पर एनसीबी के बड़ी ड्रग साजिश के दावों को खारिज कर दिया था. एनसीबी की मुंबई टीम के खिलाफ आरोपों के बाद, छापे की एक अलग सतर्कता जांच की गई, जो नवंबर 2021 में समाप्त हुई. नतीजतन, सात अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई. हालांकि, एचटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि जांच के निष्कर्षों का खुलासा सार्वजनिक नहीं किया गया है.
आर्यन खान के खिलाफ ड्रग्स साजिश के नहीं मिले सबूत
रिपोर्टों के अनुसार, एनसीबी ने छापेमारी की फिर से जांच करने के लिए उप महानिदेशक संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. एसआईटी को छापे में कई अनियमितताएं मिलीं और यह बताने के लिए सबूत नहीं मिले कि आर्यन खान एक बड़ी ड्रग्स साजिश या एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी सिंडिकेट में शामिल था. वानखेड़े को चेन्नई में करदाता सेवाओं के महानिदेशक के कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया था.