दिल्ली आबकारी नीति (Delhi Excise Policy) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के केस में आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ( Manish Sisodia) को आरोपी बनाया गया है. गुरुवार को ED ने राउज़ एवेन्यु कोर्ट में 2100 पन्नों की रिलाइड अपॉन डॉक्यूमेंट (RUD) सहित 271 पन्नों की मुख्य ऑपरेटिव पार्ट शामिल करते हुए सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है. इससे पहले आबकारी नीति में मनीष सिसोदिया के खिलाफ CBI भी चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. ईडी के द्वारा इस मामले में कुल तीन चार्जशीट दायर किया गया है. इससे पहले 6 जनवरी को दायर हुए दूसरे सप्लीमेंट्री चार्जशीट में 8 लोगों को आरोपी बनाया गया था.
इससे पहले आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में दिल्ली की अदालत ने मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज हो गई थी. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट के स्पेशल जज एमके नागपाल ने मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. आबकारी नीति मामले में ED ने मनीष सिसोदिया को 9 मार्च को गिरफ्तार किया था. ईडी ने कहा था कि जांच ‘महत्वपूर्ण’ चरण में है और आप के वरिष्ठ नेता ने यह दिखाने के लिए मनगढ़ंत ई-मेल तैयार किये थे कि नीति को सार्वजनिक स्वीकृति हासिल थी. गौरतलब है कि अब वापस लिए जा चुकी दिल्ली सरकार की आबकारी नीति में कथित अनियमितता के आरोप में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 26 फरवरी को मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया था.
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में अन्य आरोपियों से रोजाना पूछताछ
दिल्ली सरकार की विवादित आबकारी नीति जो नवंबर 2021 से लेकर जुलाई 2022 तक प्रभावी रही थी ,उसको कई आरोपियों के द्वारा प्रभावित किया गया था. ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले की तफ्तीश के दौरान कई अन्य आरोपियों से रोजाना पूछताछ की जा रही है , ईडी के वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक हैदराबाद मूल के रहने वाले कारोबारी अभिषेक बोइनपल्ली और विजय नायर के बारे में ये जानकारी मिली कि ये दोनों आरोपी बेहद प्रभावशाली कारोबारी है ,जिसका दिल्ली से लेकर हैदराबाद तक बेहद मजबूत राजनीतिक कनेक्शन है. तफ़्तीश के दौरान जांच एजेंसी ईडी को ये जानकरी मिली थी कि दक्षिण भारत के शराब कारोबारियों की कथित तौर पर लॉबिंग करने और दिल्ली में एक नई आबकारी नीति बनाने और उसके प्रावधानों से लाभ अर्जित करने के लिए दिल्ली, हैदराबाद, मुम्बई में कई राजनीतिक हस्तियों और कारोबारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करके लॉबिंग किया था . इसके साथ ही हवाला कारोबारी के मार्फत दिनेश अरोड़ा और विजय नायर को करोड़ो रूपये भेजने का आरोप भी है.