नासा (NASA) के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कॉप (James Webb Space Telescope) ने अंतरिक्ष में पहले कभी नहीं देखे गए एक खास पल का खुलासा किया है. दरअसल, एक स्टार विस्फोट के बाद होता वह अपने पीछे काफी अवशेषों को छोड़ देता है. टेलीस्कोप ने Cassiopeia A (Cas A) की एक नई इन्फ्रारेड तस्वीर कैप्चर की है. पर्ड्यू यूनिवर्सिटी के डैनी मिलिसावल्जेविक का कहना है कि Cas A तारे में विस्फोट के बाद फैले हुए मलबे के जैसा है. इस परीक्षण से यह समझने में मदद मिल सकती है कि पहले किस प्रकार का तारा था और उस तारे में ब्लास्ट कैसे हुआ. शोधकर्ताओं अब इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि Cas A के चारों ओर हरे रंग का एक आकर्षक लूप आखिर क्या है?
नासा (NASA) के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कॉप (James Webb Space Telescope) ने अंतरिक्ष में पहले कभी नहीं देखे गए एक खास पल का खुलासा किया है. दरअसल, एक स्टार विस्फोट के बाद होता वह अपने पीछे काफी अवशेषों को छोड़ देता है. टेलीस्कोप ने Cassiopeia A (Cas A) की एक नई इन्फ्रारेड तस्वीर कैप्चर की है. पर्ड्यू यूनिवर्सिटी के डैनी मिलिसावल्जेविक का कहना है कि Cas A तारे में विस्फोट के बाद फैले हुए मलबे के जैसा है. इस परीक्षण से यह समझने में मदद मिल सकती है कि पहले किस प्रकार का तारा था और उस तारे में ब्लास्ट कैसे हुआ. शोधकर्ताओं अब इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि Cas A के चारों ओर हरे रंग का एक आकर्षक लूप आखिर क्या है?
डैनी मिलिसावल्जेविक का कहना है कि बोस्टन में फेनवे पार्क के सम्मान में हमने इस लूप को ‘ग्रीन मॉन्स्टर’ नाम दिया है. उन्होंने कहा कि अगर आप इसे बारीकी से देखते हैं, तो इसमें मिनी-बबल जैसे आकार दिखेंगे. इसके आकार और जटिलता को समझना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
नासा का कहना है कि कैस ए का निर्माण करने वाले सुपरनोवा जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं. वे हमारी हड्डियों में पाए जाने वाले कैल्शियम और हमारे खून में मौजूद आयरन जैसे तत्वों को इंटरस्टेलर स्पेस में फैलाते हैं, जिससे सितारों और ग्रहों की नई जेनरेशन बनते हैं. यह पहली बार नहीं है जब इस सुपरनोवा का अध्ययन किया गया है. पहले इसका अध्ययन कई ग्राउंड बेस्ड और स्पेस बेस्ड ऑबजरवेटरी द्वारा किया जा चुका है. एस्ट्रोनॉमर्स का कहना है कि बबल के बाहर लाल और नारंगी रंग गर्म धूल की वजह से दिखाई देता है.
डैनी मिलिसावल्जेविक का कहना है कि बोस्टन में फेनवे पार्क के सम्मान में हमने इस लूप को ‘ग्रीन मॉन्स्टर’ नाम दिया है. उन्होंने कहा कि अगर आप इसे बारीकी से देखते हैं, तो इसमें मिनी-बबल जैसे आकार दिखेंगे. इसके आकार और जटिलता को समझना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है.