देश में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च की गई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (Pradhan Mantri Mudra Yojana) को खूब रिस्पॉन्स मिला है. अप्रैल 2015 में शुरू हुई इस योजना का लाभ आठ साल में 40 करोड़ से ज्यादा लोग उठा चुके हैं. इस अवधि में सरकार 23.2 लाख करोड़ की राशि मुद्रा लोन के रूप में बांटी जा चुकी है. अपना कोई काम शुरू करने वाला या फिर अपने काम को विस्तार देने के लिए 50 हजार रुपये से लेकर 10 लाख तक का लोन मुद्रा योजना के तहत दिया जाता है. खास बात यह है कि मुद्रा लोन लेने के लिए किसी तरह की गारंटी नहीं देनी होती है.
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (Pradhan Mantri Mudra Yojana) के तहत अपना बिजनेस शुरू करने वाले लोगों को तीन श्रेणियों में ऋण दिया जाता है. पहली कैटेगरी शिशु लोन की है. इसमें 50,000 रुपये का गारंटी फ्री लोन मिलता है. किशोर कैटेगरी में 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है. इसी तरह तरुण श्रेणी में 5 लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन सरकार देती है. केंद्र द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक कुल 40.82 करोड़ लोगों को मुद्रा लोन दिया जा चुका है. सबसे ज्यादा 33.54 करोड़ लोन शिशु कैटेगरी में दिया गया है.
कौन ले सकता है मुद्रा लोन
कोई भी भारतीय जो कारोबार कर रहा है या अपना व्यापार शुरू करना चाहता है, वह मुद्रा लोन ले सकता है. 2015 में शुरू हुई इस योजना का मकसद रेहड़ी पटरी वाले से लेकर छोटे कारोबारी को अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए बिना गारंटी धन मुहैया कराना है. प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के अंतर्गत लोन किसी भी बैंक माइक्रोफाइनेंस कंपनी या एनबीएफसी के माध्यम से ले सकते हैं.
कैसे मिलेगा लोन
मुद्रा लोन बैंक और एनबीएफसी उपलब्ध कराते हैं. आवेदक की सामान्य जानकारी से संबंधित कागजातों के अलावा मुद्रा लोन लेने के लिए आपको अपना बिजनेस प्लान तैयार करना होगा. बैंक आवेदक से प्रोजेक्ट रिपोर्ट, भविष्य की आय के अनुमान से संबंधित दस्तावेज आदि भी मांग सकता है. लोन के लिए आवेदन आप बैंक शाखा में जाकर कर सकते हैं.